नई दिल्ली: ‘सीमेंट उद्योग में वैकल्पिक ईंधन एवं कच्चा माल -स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में कदम पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’ का आज उद्घाटन किया गया। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग में संयुक्त सचिव सुश्री रवनीत कौर ने ताप प्रतिस्थापन दर (टीएसआर) को बढ़ाने के लिए एएफआर के उपयोग में वृद्धि हेतु सीमेंट उद्योग द्वारा किये गये प्रयासों एवं पहल के लिए उसकी सराहना की। ताप प्रतिस्थापन दर (टीएसआर) बेहद कम 1 फीसदी है, जबकि विश्वा भर में यह औसतन 60 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारतीय सीमेंट उद्योग फिल्हाल वैश्विक सीमेंट आवश्येकता के 7 फीसदी का उत्पा्दन करता है। उन्हों ने यह भी कहा कि देश में प्रति व्य्क्ति सीमेंट खपत को बढ़ाने के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है, जो अब भी निराशाजनक स्त्र पर ही टिकी हुई है। उन्होंकने समग्र (कम्पोजिट) सीमेंट पर बीआईएस मानकों को हाल ही में जारी किये जाने के कदम की सराहना की। सुश्री कौर ने सीमेंट उद्योग को यह आश्वाेसन दिया कि सीमेंट उद्योग में इस तरह के एएफआर उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए अनुकूल नीतियां तैयार करने हेतु सरकार अपनी ओर से भरसक सहायता करेगी।
सीएमए के अध्यलक्ष डॉ. एस. चौकसी ने अपने प्रमुख संबोधन में वैकल्पिक ईंधनों, फ्लाई ऐश, धातु की तलछट इत्यादि के कारगर उपयोग के लिए भारतीय सीमेंट उद्योग द्वारा उठाये गये विभिन्न कदमों पर रोशनी डाली। उन्होंने उद्योग के समक्ष मौजूद चुनौतियों का भी उल्लेाख किया।
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