नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि आज भारत के विकास और प्रगति की कहानी का दुनिया में कोई मुकाबला नहीं है। प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व ने आज देश को बदल दिया है और इसे सुधार, प्रदर्शन और बदलाव के मंत्र के साथ विकास के तेज मार्ग पर स्थापित कर दिया है। मोदी (विकसित भारत का निर्माण) आंदोलन एक ऐसी कहानी थी जो पूरे देश में फैल रही है। भारत की कहानी को एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था, बढ़ती हुई सुपरपॉवर, जीवंत लोकतंत्र, जिम्मेदार पावर और विश्व के सबसे बड़े और सबसे युवा कार्यबल के रूप में भारत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। श्री नायडू ने यह बात विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा वेस्टमिंस्टर यूनिवर्सिटी, आईआईएमसी, प्रसार भारती और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय के साथ मिलकर आयोजित कम्युनिकेटिंग इंडिया पर आयोजित सम्मेलन के समापन सत्र में कही।
परंपरागत मीडिया और सोशल मीडिया और मीडिया के नए रूपों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री नायडू ने कहा कि संचारण के दोनों रूप समाज के विभिन्न वर्गों और विभिन्न लक्षित दर्शकों के साथ एकीकृत और निर्बाध संबंध सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं। प्रधान मंत्री का उदाहरण देते हुए श्री नायडू कहा कि प्रधान मंत्री अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए ट्विटर मंच का व्यापक रूप से उपयोग करते हैं और देश के लोगों तक पहुंचने के लिए मन की बात कार्यक्रम के लिए रेडिया का नवाचार उपयोग करते हैं।
देश के युवाओं की बढ़ती आकांक्षाओं पर बल देते हुए, श्री नायडू ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी की प्राथमिकताएं, देश की प्रगति और विकास पर केंद्रित हैं और उन्होंने देश में अपने विचारों को व्यक्त करके विकास प्रक्रिया में भाग लिया है। बदलते हुए तकनीकी प्रौद्योगिकी प्रतिमान के साथ नागरिक पत्रकारिता का एक नया रुझान संचार क्षेत्र में उभरा है जहां नागरिक स्वयं लेखक, संपादक और प्रकाशक बन गए हैं।
आगे जानकारी देते हुए श्री नायडू ने कहा कि संचारण सुशासन एजेंडा में बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने उल्लेख किया कि संचार राष्ट्रीय विकास के पहलुओं में सबसे महत्वपूर्ण भाग बन गया है, जिसने सरकार की प्राथमिकताओं का समर्थन किया है और इसने लोगों तक कार्यक्रम और लाभ को पहुंचाने में मदद की है। उन्होंने पिछले तीन वर्षों में अपनी मुख्य योजनाओं जैसे स्वच्छ भारत, कौशल भारत, बेटी बचाओ बेटी पढाओ और मेक इन इंडिया के लिए संचार रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में जोर दिया।
सरकार की जन धन योजना और पहल (गीव इट अप) जैसी प्रमुख योजनाओं का उदाहरण देते हुए श्री नायडू ने कहा कि पश्चिमी मीडिया को देश में चल रही विभिन्न विकास और अग्रणी पहलों को स्वीकार करना चाहिए, जिसने कई लोगों के जीवन में परिवर्तन किया है। मीडिया की भूमिका पर टिप्पणी करते हुए श्री नायडू ने कहा कि समाचार और विचारों के बीच स्पष्ट अंतर होना चाहिए।
भारत में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र पर बात करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि इसके पास पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की जबरदस्त क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत आईटी सेक्टर और सामान्य मनोरंजन का सबसे बड़ा उत्पादक है और युवा कर्मचारियों भारत को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। भारत सामान्य मनोरंजन, संगीत, सिनेमा, टेलीविजन कार्यक्रम आदि के उत्पादन, वितरण और उपभोग के संबंध में एक अभूतपूर्व क्रांति के दौर से गुजरा है। सरकार ने पूरी सरकार की मशीनरी को बदलने के लिए कई पहलों की शुरूआत की है। लाल फीताशाही को अवसरों में बदलकर रेड कार्पेट में तब्दील किया गया है।