लखनऊ: यूपी एटीएस को यह सूचना मिली थी कि वाराणसी में हुई सेना की भर्ती में कुछ विदेशी लोग गलत नाम पते से भर्ती हो गए हैं.गोपनीय रूप से जांच की गई तो 3 नाम प्रकाश में आए जो 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी से गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे। और जांच करने पर पाया गया कि तीनों के चरित्र प्रमाण पत्र नकली है और यह लोग किसी अन्य की पहचान पर भर्ती हो गए है। यह एक identity theft का प्रकरण भी है क्योंकि 3 में से 2 व्यक्ति की पहचान के असली व्यक्ति अपने पते पर रह रहे हैं। तीसरे द्वारा प्रयोग की गई ‘पहचान’ की जांच जारी है।
कार्रवाई:
• 01.10.17: थाना एटीएस लखनऊ में मुकदमा अपराध संख्या 14/2017धारा 420, 467, 468, 471भादवि पंजीकृत किया गया जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर श्री विजय मल द्वारा की जा रही है। तीनों आरोपियों के विरुद्ध साक्ष्य संकलन किया गया तो आरोप की पुष्टि हुई।
• 16.10.17: तीनों अभियुक्तों के विरुद्ध मा न्यायालय द्वारा NBW जारी किए गए
23.10.17 की कार्रवाई:• दिलीप गिरि से वाराणसी में पूछ-ताछ की गई तो उसने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उसका असली नाम विष्णु लाल भट्टाराय@ जीवन क्षत्रिय पुत्र हरिलालभट्ठाराय निवासी देवड़ा–II, थाना देवड़ा, ज़िला रूपनदेई, नेपाल है। उसे वाराणसी के कैंट क्षेत्र से आज गिरफ्तार कर लिया गया है और लखनऊ न्यायालय में 24.10.17 को प्रस्तुत किया जाएगा। उसे पुलिस रिमांड पर लिए जाने के लिए आवेदन किया जाएगा।
• विष्णु लाल ने पूछ-ताछ में बताया कि एक दलाल ने उसे रु 5 लाख ले कर भर्ती कराया है. दलाल की तलाश की जा रही है।
अग्रिम कार्रवाई: • सेना के सहयोग से शेष 2 अभियुक्त शिवां शबालियान (पोस्टिंग 4/3 Gorkha Rifles, BHUJ)और मनोज कुमार बस्नेत (posting 2/3 Gorkha Rifles, New Jalpaiguri, WB) जो कि अवकाश पर है की तलाश कर, पूछ-ताछ और गिरफ़्तारी की जानी है।
• इनसे जानना होगा कि इनकी असली पहचान क्या है और यह क्यों फर्जी पहचान पर भर्ती हुए? बयान असीम अरुण ,आईजी एटीएस:सेना के सहयोग से अन्य 2 आरोपियों की तलाश कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। गिरफ्तार सिपाही विष्णुलाल से पूछ-ताछ की जा रही है। और गिरफ्तारियाँ होना संभव है।
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