केन्द्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना’ (सौभाग्य) के अन्तर्गत प्रदेश के 1.57 करोड़ घरों को बिजली कनेक्शन मिलेगा, जिनको कनेक्शन देना है, उनमें 1.54 करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं और 3.09 लाख घर शहरी क्षेत्रों से है। बिना बिजली के रहने वाले इन परिवारों का सामाजिक, आर्थिक और मानवीय विकास करने के लिए ही ‘सौभाग्य योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के तहत हर घर को बिजली पहुँचाने के लिए केन्द्र सरकार को सहमति पत्र भेजने वाला उ0प्र0 देश का पहला राज्य बन गया है।
प्रमुख सचिव, ऊर्जा श्री आलोक कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ‘पाॅवर फाॅर आॅल’ व ‘सौभाग्य योजना’ के तहत हर घर तक बिजली पहुँचाने के लक्ष्य को पूरा करने हेतु बिजली कनेक्शन के लिए मेगा शिविर लगाये जायेंगे। इस योजना पर 848.17 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रति कनेक्शन 540 रुपये की दर से योजना पर खर्च होना है। इसका 60 फीसदी केन्द्र सरकार वहन करेगी, 10 फीसदी राज्य सरकार अपने संसाधन से तथा 30 फीसदी बैंक से लोन लेकर खर्च किया जायेगा। साथ ही प्रदेश के 95 हजार अविद्युतीकृत मजरों को भी दिसम्बर 2018 तक रोशन किया जाना है।
उन्होंने बताया कि पाॅवर कारपोरेशन द्वारा विगत आठ महीने में 20 लाख घरों को नया बिजली कनेक्शन दिया गया। इसमें से पांच लाख कनेक्शन शहरी एवं ग्रामीण बी.पी.एल. उपभोक्ताओं को निःशुल्क दिया गया। साथ ही 1.78 लाख खराब ट्रांसफार्मर को बदला गया और 11 हजार ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि कर अपग्रेड किया गया।