नई दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के साथ मिलकर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन -2017 के ग्रैंड फिनाले की 1 से 2 अप्रैल, 2017 को गुवाहाटी के गिरिजानंद चौधरी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (जीआईएमटी) में मेजबानी करेगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017 के बारे में अपने संदेश में कहा कि उपयुक्त प्रौद्योगिकियों के साथ डिजिटल समाधान में पूर्वोत्तर राज्यों में विकास समाधानों को उत्प्रेरित करने की क्षमता है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय इस पहल में एक भागीदार है और इसने 11 समस्याओं की पहचान की है, जिन पर मंत्रालय द्वारा 31 टीमों का (प्रति टीम 6 छात्र और 2 सलाहकार) चयन किया है, जो जीआईएमटी गुवाहाटी में नवाचारी डिजिटल समाधान तैयार करेंगी। जीआईएमटी गुवाहाटी को देश के 26 अन्य नोडल केंद्रों में पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक मात्र नोडल केंद्र बनाया गया है। दो दिवसीय आयोजन में 10,000 से अधिक प्रतिभागी पूरे देश में स्थित 26 स्थानों पर विभिन्न मंत्रालयों/विभागों द्वारा पहचान की गई समस्याओं के बारे में उत्पाद/समाधान के निर्माण के लिए 36 घंटे तक लागातर काम करेंगे। विभिन्न श्रेणियों में विजेता को 1,00,000 रुपये, प्रथम रनर-अप को 75,000 रुपये और दूसरे रनर-अप को 50,000 रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। दूसरे रनर-अप को नैस्कॉम के 10,000 स्टार्टअप्स कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका भी मिलेगा।
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन -2017 का 9 नवंबर, 2016 को नई दिल्ली में शुभारंभ किया जाएगा। जिसका उद्देश्य छात्रों की रचनात्मकता और विशेषज्ञता को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया’ अभियान के लिए तैयार करना, सुशासन में सुधार लाना और जीवन की गुणवत्ता के लिए भीड़ स्रोतों के समाधान जुटाना है। यह भारत की चुनौतीपूर्ण समस्याओं के नवाचारी समाधानों को भी उपलब्ध कराता है। 29 मंत्रालय / विभागों द्वारा पहचान की गई 598 समस्याओं के लिए प्राप्त 7531 विचारों में से 1266 विचारों का ग्रांड फिनाले के लिए चयन किया गया है। इस प्रकार स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017 भारत में पहली व्यापक स्तर की हैकथॉन पहल होगी।