लखनऊ: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के अंतर्गत जनपदों के तहत होने वाले कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण हेतु ठोस व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि स्वच्छ भारत अभियान में अपेक्षित प्रगति लाई जा सके। असंतोषजनक प्रगति वाले जनपदों के साथ शासन स्तर से प्रत्येक सप्ताह वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अनुश्रवण किया जाएगा।
यह जानकारी प्रदेश के पंचायती राज राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी ने दी है। उन्होंने बताया कि गंगा के किनारे स्थित ग्रामों में ओडीएफ की स्थिरता पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि इन ग्रामों में पुनः खुले में शौच की स्थिति उत्पन्न न हो। इस हेतु संबंधित ग्रामों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन गतिविधियों का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए तथा ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति उत्तरदायित्व का बोध भी निरन्तर कराया जाए।
श्री चैधरी ने बताया कि मण्डल एवं जनपद स्तर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की प्रगति के अनुश्रवण हेतु ग्राम आंवटित किए जाए। उक्त अधिकारी आंवटित ग्रामों में रात्रि निवास करते हुए समुदाय के साथ चर्चा कर स्वच्छता के प्रति व्यवहार परिवर्तन एवं शौचालयों के प्रयोग हेतु प्रेरित करेंगे तथा कार्यक्रम का गठन अनुश्रवण एवं स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु ग्रामों में स्थित महिला स्वयं सहायता समूहों आदि को उत्प्रेरित कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक जनपद में निर्धारित अवधि में लक्ष्य की पूर्ति हेतु प्रत्येक ग्राम के लिए कम से कम एक प्रशिक्षित स्वच्छाग्रही की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित की जाए। कार्यक्रम के अंतर्गत खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) ग्रामों में प्रत्येक दशा में ओडीएफ की स्थिरता हेतु निर्गत मार्ग निर्देशों के अनुसार विभिन्न गतिविधियां सुनिश्चित की जाए तथा इस हेतु मण्डल जनपद स्तर पर सभी संबंधित विभागों के स्पष्ट उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए।
श्री चैधरी ने यह भी बताया कि समस्त जनपदों के विद्यालयों के अध्यापकों को अभियान के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जागरुकता किया जाए ताकि उनके सहयोग से स्थानीय भाषा में लघु नाटक का प्रदर्शन कर स्वच्छता के प्रति वातावरण सृजन एवं उत्प्रेरणा के साथ स्थानीय समुदाय को खुले में शौचमुक्त ग्राम के महत्व की जानकारी दी जा सके। अभियान के अंतर्गत विद्यालयों में बच्चों की स्वच्छता के रुप में भूमिका सुनिश्चित की जाए तथा इस हेतु उनको जागरुक भी किया जाए। महत्वपूर्ण दिवसों यथा-15 अगस्त एवं 02 अक्टूबर आदि को इस हेतु विशेष आयोजन किये जाए। समस्त मण्डलायुक्त प्रति सप्ताह तथा जिलाधिकारी प्रतिदिन अभियान की प्रगति की समीक्षा करेंगे तथा जनपदों में प्रगति सुनिश्चित करायेंगे। जनपदों में प्रगति की समीक्षा प्रतिदिन शासन स्तर पर की जाएगी। प्रत्येक ग्रामों में राजमिस्त्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु पूर्व में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार राजमिस़्ित्रयों का प्रशिक्षण वृहद स्तर पर आयोजित किया जाए।
श्री चैधरी ने बताया कि शासन द्वारा जारी शासनादेश में दिए गए दिशा-निर्देशों का समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारी अपने जनपदों में कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। जनपद में हुई प्रगति का अनुश्रवण प्रति सप्ताह उच्च स्तर पर किए जाने के निदे्रश दिए हैं।