देहरादूनः राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रृखंला में स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में आज ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’’ जनजागरूता रैली का आयोजन स्थानीय परेड ग्राउण्ड में आयोजित किया गया, जिसे जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेषन द्वारा रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित छात्र/छात्राओं एवं अधिकारियों/कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए समाज में बेटी को बोझ समझा जाता है समाज की इस सोच को जनजागरूकता के माध्यम से लोगों को जागरूक करना है ताकि जो समाज की यह सोच है उसको बदलना है। उन्होने कहा कि बेटी और बेटे में कोई फर्क नही है क्योंकि आज बेटियां ही बेटो से हर क्षेत्र में आगे हैं तथा कामयाबी की बुलंदिया छू रही हैं। उन्होने कहा कि लोग जो लिंगभेद की जांच करा रहे हैं वह एक बहुत बड़ा अपराध है ऐसे करने वालों के विरूद्ध सभी को आगे आकर कार्य करने की आवष्यकता है तथा यदि किसी को इस तरह की सूचना प्राप्त होती है तो वह उसकी जानकारी सम्बन्धित जिले के जिला प्रषासन एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को दे सकते हैं ताकि सम्बन्धित के विरूद्ध आवष्यक कार्यवाही की जा सके। उन्होने उपस्थित लोगों से एवं छात्र/छात्राओं से अपेक्षा की है वह अपने आस-पास के क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार करायें तथा उन्हे किसी प्रकार की कोई जानकारी प्राप्त होती है तो इसकी सूचना सम्बन्धित अधिकारी को दे सकते हैं। उन्होने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रृ्ंखला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो बेटी बचाओ बेटी पढाओ जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया है वह सराहनीय है वह सभी बच्चों एवं छात्र/छात्राओं एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सुपरवाईजरों द्वारा एवं स्टेटे नर्सिंग स्कूल, गांधी इन्टर कालेज, एम.के.पी के छात्र/छात्राओं द्वारा बढचढकर भागीदारी करने पर सभी का आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर सम्भव नाटक मंच द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। तथ उत्कृश्ट बालिकाओं को पुरस्कृत भी किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा इस अवसर पर उपस्थित छात्र/छात्राओं एवं लोगों को संकल्प दिलाया गया जिसमें उन्होने कहा कि ‘‘भारत वर्श की एकता अक्षुण्णता, गौरवमयी संस्कृति को संजोये रखने एवं बालिकाओं की सुरक्षा, स्मृद्धि, खुषहाली हेतु उन्हे विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने के उददेष्य से हम यह संकल्प लेते हैं कि बालक बालिकाओं के लैंगिग भेदभाव एवं कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को समाप्त करने हेतु अनाधिकृत लैंगिक परीक्षण नही होने देंगे। ्यदि कोई व्यक्ति/संस्था गर्भधारण पूर्व व प्रसव पूर्व लिंग की जानकारी देने या कन्या भू्रण हत्या में लिप्त पाया जाता है तो उसके विरूद्ध बिना किसी दबाव के कठोर कार्यवाही करेंगे। हम सब इस पावन भूमि की प्रत्येक बालिका के स्वर्णिम भविश्य को लेकर कृत संकल्प है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वाई एस थपलियाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक लक्ष्मण सिंह रावत, जिला कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती ममता बहुगुणा, बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती क्षमा बहुगुणा सहित आंगवाड़ी सुपरवाईजर व कार्यकत्रिया तथा भारी संख्या में छात्र/छात्राएं मौजूद थे।