आगरा के फतेहपुर सीकरी में स्विट्जरलैण्ड के एक युवा जोड़े पर हमले के मामले में आरोपी एक व्यक्ति को आगरा-राजस्थान की सीमा पर गिरफ्तार कर लिया गया. उसे तीन अन्य साथियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. एडिशनल डीजीपी (अपराध) चन्द्र प्रकाश ने गुरुवार संवाददाताओं को बताया कि फतेहपुर सीकरी में सैलानी जोड़े पर हुए हमले के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसके तीन साथियों की तलाश की जा रही है.
प्रकाश ने बताया कि बीते 22 अक्तूबर को किसी ने 100 नम्बर पर फोन करके स्विस जोड़े के साथ हुई घटना के बारे में सूचना दी थी, जिसके बाद उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में और फिर आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उन्होंने बताया कि चूंकि पीड़ित पक्ष ने कोई मुकदमा नहीं दर्ज कराया था, इसलिये पुलिस ने इसका स्वतः संज्ञान लेते हुए इसकी असंज्ञेय रिपोर्ट लिख ली थी. मेडिकल रिपोर्ट में उनमें से एक पर्यटक के हाथ की हड्डी टूटने (फ्रैक्चर) की बात सामने आने पर आईपीसी की सुसंगत धाराओं को जोड़ा गया था.
इस मामले के अभियुक्तों के बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि शुरुआती रिपोर्ट में पता चला है कि उनमें से कई लोग नाबालिग थे. चूंकि जांच चल रही है, लिहाजा उनके नाम का खुलासा करना ठीक नहीं होगा.
यह पूछने पर कि इस घटना को लेकर डीजीपी सुलखान सिंह को अंधेरे में क्यों रखा गया, प्रकाश ने कहा कि विदेशी लोगों से सम्बन्धित कोई भी मामला सामने आने पर स्थानीय पुलिस को इस बारे में पुलिस मुख्यालय को फौरन सूचना देनी होती है. हम इस बात की जांच करेंगे कि यह सूचना क्यों नहीं दी गयी और मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
मालूम हो कि स्विट्जरलैण्ड निवासी क्वेंटिन जेरेमी क्लेर्क (24) अपनी प्रेमिका मैरी द्रोज (24) के साथ 30 सितंबर को भारत आया था. बीते रविवार वह अपनी प्रेमिका के साथ आगरा में घूमने के बाद फतेहपुर सीकरी में रेलवे स्टेशन के निकट घूम रहा था तभी कुछ लोगों के समूह ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया और बाद में उन पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया.