नई दिल्लीः मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि किसी भी देश का भविष्य अनुसंधान और नई खोजों को आगे बढ़ाने पर निर्भर है और विभिन्न क्षेत्रों में नये-नये अविष्कारों से करोड़ों लोगों को लाभ मिलता है। डॉ. सिंह आज नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2017 की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. सिंह ने अपनी संबद्ध परियोजनाओं में उत्कृष्ट कार्य के लिए हैकाथॉन की सभी टीमों को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि ये अनुसंधान परियोजनाएं वास्तविकता बन जाएंगी तथा सफल स्टार्ट अप होंगी। उन्होंने कहा कि इस देश के सामान्य व्यक्ति का जीवन बदलने में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग सक्षम है और देश का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किस प्रकार अपने ज्ञान का उपयोग करते हैं। ये नवोन्मेष परियोजनाएं विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के लिए लाभदायक होंगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अपना पूरा सहयोग देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि धन की कमी के कारण कोई परियोजना बंद न हो।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2017 के अंतर्गत अनुसंधान परियोजनाओं के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों/विभागों की 55 टीमों को चुना गया था। ये अनुसंधान परियोजनाएं नागर विमानन मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और इसरो जैसे विभिन्न विभागों की जरूरत के मुताबिक बनाई गई हैं। 55 टीमों में से करीब 40 टीमें इस परियोजनाओं की दिशा में बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। आज समीक्षा बैठक में विभिन्न अनुसंधान टीमों ने अपनी परियोजनाओं के बारे में डॉ. सत्यपाल सिंह को नवीनतम जानकारी दी। अधिकतर टीमें परियोजना के अंतिम चरण में हैं।
अपने सपनों का डिजिटल भारत निर्मित करने और राष्ट्र निर्माण से अपने युवाओं को जोड़ने के लिए स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2017 की शुरूआत की गई थी। करीब 30 विभिन्न सरकारी विभाग/मंत्रालय सहयोगी के रूप में शामिल हैं। इनमें रेल मंत्रालय, विदेश, इस्पात, डाक सेवाएं, इसरो, एनसीपीसीआर आदि शामिल हैं। पहली बार सरकारी विभाग छात्रों के साथ प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं और उन्हें अपनी कार्य क्षमता में सुधार लाने, राजस्व हानि और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए डिजिटल समाधान तैयार करने की चुनौती दे रहे हैं।
अपने समापन भाषण में डॉ. सिंह ने कहा कि अधिकतर टीमों ने हैकाथॉन शुरू होने के बाद से कड़ी मेहनत की है और वे अभिनव समाधान के साथ आगे आए हैं। उनके समाधान की परिणति सफल स्टार्ट अप में होगी और उन्हें सफल उद्यमी बनाएगी।