नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि स्मार्ट सिटी मिशन भारत के शहरी पुनर्जागरण का आरंभ है। वह आज यहां डॉ. समीर शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ‘स्मार्ट सिटी अनबंडल्ड’ का विमोचन करने के बाद उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आवास एवं शहरी मामले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि स्मार्ट सिटी पीने के स्वच्छ पानी, स्वच्छता, शौचालय, बुनियादी ढांचे आदि जैसी आवश्यक सुविधाओं के साथ लोगों के लिए रहने योग्य एक शहर है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक पुनर्जागरण है क्योंकि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत योजना निर्माण, दृष्टिकोण एवं कार्यान्वयन में रूपांतरकारी बदलाव हुआ है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के पास स्थानीय निकायों, अधिकारियों एवं कार्यों पर निधियों के हस्तांतरण का संवैधानिक अधिदेश है लेकिन इसकी प्रगति बहुत ही सुस्त रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा तैयार शहरी एजेंडा का उद्देश्य नगर के स्तर पर कई प्रकार की योजनाओं को एकीकृत करने के द्वारा इस खाई को भरना है। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यक्रम में लोगों की भागीदारी इसे सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
उपराष्ट्रपति कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मिशन ट्रांसफॉर्म नेशन’ कहकर परिभाषित किया था, का उद्देश्य नगरों को आर्थिक कार्यकलाप के टिकाऊ केन्द्रों के रूप में रूपांतरित करना है और नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण जीवन स्तर उपलब्ध कराना है। स्मार्ट सिटी मिशन का एक और महत्वपूर्ण कार्यनीतिक तत्व पारदर्शिता और जवाबदेही लाने तथा नागरिकों के लिए सेवा आपूर्ति में सुधार लाने हेतु डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करना है।
उन्होंने यह भी कहा कि शहरी स्थानीय निकायों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना टिकाऊ विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।