नई दिल्ली: स्वास्थ्य सचिव श्री सी के मिश्रा ने निचले स्तर पर स्वास्थ्य संस्थाओं में सुविधाओं को मजबूत बनाने की आवश्कता पर बल दिया है ताकि उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं में भीड़भाड़ को कम किया जा सके क्योंकि इससे स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
स्वास्थ्य सचिव राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की राष्ट्रीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
राष्ट्रीय समीक्षा बैठक में सभी राजयों/केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिव तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक शामिल हुए। बैठक में एमएमआर, आईएमआर में कमी लाने, टीकाकरण में सुधार चुनिंदा राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में परिवार नियोजन उपायों को बढ़ाने, उपकेंद्रों को स्वास्थ्य केंद्रों के रूप में मजबूत करने, एनसीडी के लिए स्क्रीनिंग, तपेदिक उन्मूलन में प्रगति, स्वाइन फ्लू बीमारी से निपटने की तैयारी की स्थिति, एचआर चुनौतियों, डीबीटी भुगतान तथा डिजीटल भुगतान और दुलर्भ बीमारियों के बारे में विचार किया गया।
श्री सी के मिश्रा ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से सभी स्तर पर समस्या वाले क्षेत्रों पर विचार करने और नवाचार तथा नई दृष्टि से समस्या के समाधान पर बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन विशेषकर राज्य के संदर्भ और आवश्कताओं से संबंधित स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान में असमानांतर लचीलापन प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि एमएम आर, यू 5 एमआर, टीएफआर की कमी तेजी से हुई और तपेदिक एचआईवी एड्स और मलेरिया जैसी बीमारियों की प्रवृतियां बदली है लेकिन एनसीडी निवारण और नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में बेहतर कार्य की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एनसीडी ऋण बोझ से बढ़ने से परिवारों तथा संपूर्ण रूप से देश को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाने विशेषकर एसएनसीयू, एफआरयू तथा एनबीसीसी को आवश्यक मानव संसाधन, उपकरण और प्रशिक्षित दल के साथ क्रियाशील बनाने पर बल दिया।
बैठक में राज्यों से बच्चों के जन्म के समय अस्पतालों में सभी तरह के नियमों का पालन करने पर बल देने, मातृत्व मृत्यु के कारणों को समझने और नवजात शिशुओं की मृत्यु पर नजर रखने के लिए 100 प्रतिशत मातृ मृत्यु आकलन पर बल देने का आग्रह किया। श्री मिश्र ने कहा कि मिशन इंद्रधनुष कोई कार्यक्रम नहीं है बल्कि टीकाकरण कवरेज को बढ़ाने के लिए एक अभियान है। राज्यों को नियमित टीकारण व्यवस्था मजबूत बनाने पर बल देना चाहिए। उन्होंने प्रारंभ से ही बच्चों के लिए मातृ स्तनपान कराने पर बल दिया।
श्री मिश्रा ने राज्यों से नई रणनीतियां बनाने और अंतिम स्तर पर पहुंचके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लचीलेपन का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्यों से कहा कि वह तपेदिक रोग के उन्मूलन में निजी क्षेत्र की भागीदारी को अपनाएं।
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