नई दिल्ली: बाबा गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के बाद शुक्रवार को हरियाणा में डेरा समर्थकों ने जमकर हिंसा की. इस घटना में प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है. हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने कहा कि कल हिंसा में मारे गए सभी लोग डेरा समर्थक हैं. किसी भी स्थानीय व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के बाहर सेना की 6 टुकड़ियां तैनात हैं लेकिन परिसर में नहीं घुसी. मुख्य सचिव ने कहा कि डेरा के अंदर घुसने की फिलहाल हमारी कोई योजना भी नहीं है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी बीएस संधू भी मौजूद रहे.
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए डीजीपी संधू ने कहा कि प्रशासन की तरफ से गोली चलाने में कोई देरी नहीं की गई है. हमने एक प्रोसीजर के तहत पहले आंसू गैस के गोले छोड़े. जब स्थिति नियंत्रण में नहीं आई तो गोली चलाई. पूरी सख्ती बरती गई है. उन्होंने कहा कि मैने खुद तीन घंटे तक ऑपरेशन को लीड किया है. उन्होंने बताया कि बाबा गुरमीत की जेड प्लस सिक्योरिटी छीन ली गई है.
गुरमीत के साथ उनकी गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत के हेलीकॉप्टर में साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बाबा को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है. उनके साथ आम कैदियों जैसा बर्ताव ही किया जा रहा है. मुख्य सचिव ने कहा हिंसा में जिनका भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार करेगी.
No VIP treatment given to #RamRahimSingh, he was taken through a helicopter purely on security considerations: Haryana Chief Secretary pic.twitter.com/uu9UyBfC53
— ANI (@ANI) August 26, 2017
डीजीपी ने बताया कि शुक्रवार की हिंसा के बाद अभी तक 524 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. दो लोगों के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अलावा एक-47, दो माउजर, पांच पिस्टल और रायफल भी बरामद की गई है.
डीजीपी ने बताया कि दोषी ठहराए जाने के बाद बाबा गुरमीत अपनी गाड़ी में जेल जाना चाहते थे. इस दौरान थोड़ी नोक-झोक भी हुई लेकिन उन्हें सरकारी गाड़ी में ही जेल ले जाया गया. उसके बाद सुरक्षा की वजह हेलीकॉप्टर से दूसरे जेल ले जाया गया.