प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में होने वाला हर भ्रष्टाचार कहीं न कहीं किसी गरीब का हक छीनता है। पीएम मोदी ने यह बात राष्ट्रीय विधि दिवस के समापन सत्र के दौरान कहीं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन संविधान के निर्माताओं को नमन करने का दिन है। हमारे संविधान में चुनौतियों का सामना करने की ताकत है। हमारे संविधान ने देश को लोकतंत्र के रास्ते पर बनाए रखा है, उसे भटकने से बचाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका परिवार के सदस्य की तरह है। समय के साथ हमारे संविधान ने हर परीक्षा को पार किया है। हमारा संविधान जितना जीवंत है, उतना ही संवेदनशील भी है। हमारा संविधान जितना जवाबदेह है, उतना ही सक्षम भी है। 2022 में हमें एकजुट होकर स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा करना है।
मोदी ने कहा देश को ऊर्जा देने के लिए हर संवैधानिक संस्था को काम करना होगा। हमारे संविधान को एक सामाजिक दस्तावेज माना जाता है। यह सिर्फ कानून की किताब नहीं है, बल्कि एक दर्शन भी है। देश को गरीबी, गंदगी, बीमारी और भूख से मुक्त कराना है।
उन्होंने कहा कि भारत के लिए यह समय स्वर्णकाल है। आत्मविश्वास से भरा देश दशकों बाद दिखा है। कानून सम्राटों का सम्राट है, कानून से ऊपर कुछ भी नहीं है। हर भ्रष्टाचार कहीं न कहीं किसी गरीब का हक छीनता है। हम रहें न रहें लेकिन यह देश रहने वाला है। जो व्यवस्था हम देश को देकर जाएंगे वह सुरक्षित, स्वाभिमानी और स्वावलंबी भारत की व्यवस्था होनी चाहिए।