नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देश भर में हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए 151 केन्द्रों की शुरुआत कर चुका है। यह केन्द्र वन स्टॉप सेंटर योजना के तहत खोले गए हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से अब तक 30 हजार पीड़ित महिलाओं की सहायता की गई है। यह जानकारी आज लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने एक तारांकित प्रश्न के उत्तर में दी। इन एकीकृत केन्द्रों को शुरु करने का उद्देश्य ऐसी महिलाओं की मदद करना है, जो हिंसा के बाद पुलिस या चिकित्सा सुविधाओं तक नहीं पहुंच पातीं। इन केन्द्रों में एक मनोवैज्ञानिक, एक चिकित्सक, एक नर्स, एक वकील, पुलिस और 8 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है। श्रीमती गांधी ने बताया कि उनका मंत्रालय देशभर में वन स्टॉप सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 600 करने का प्रयास कर रहा है।
एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में श्रीमती गांधी मे बताया कि उनका मंत्रालय कार्यरत महिलाओं के हॉस्टलों को वित्तीय मदद भी दे रहा है। देशभर में ऐसे 940 हॉस्टलों का संचालन किया जा रहा है, जिनसे अबतक 70600 महिलाओं को मदद दी जा चुकी है।