ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज मैथ्यू हेडन भारत में तमिलनाडु प्रीमियर लीग का प्रमोशन करने के लिए आए। टाइम्स ऑफ़ इंडिया पर बातचीत करते हुए महेंद्र सिंह धोनी के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भविष्य पर बात करते हुए कहा कि उनमें अभी काफी क्रिकेट बची हुई हैं और वे मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं।
बकौल हेडन “अगर एमएस महसूस करते हैं कि वह पल आए, मुझे लगता है कि वे जाएंगे। मैं अभी भी उन्हें उस खिलाड़ी के रूप में देखता हूं जो मैच पलट सकता है। वह उनमें नहीं है जो समाप्त होने के बाद भी घूमते रहें।”
इसके बाद हेडन ने हमवतन गिलक्रिस्ट के संन्यास वाले चौंकाने वाले फैसले पर भी बात की। गौरतलब है कि 2008 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गिलक्रिस्ट से कैच ड्रॉप हो गया था और उन्होंने संन्यास लिया था। हेडन ने कहा “क्रिकेटर का जीवन पानी से भरे हुए गिलास और सिक्के जैसा होती है। जब एक समय हो जाता है तो एक और सिक्का पानी में गिरा दिया जाता है। गिलक्रिस्ट कुछ इसी तरह थे।”
गौरतलब है कि मैथ्यू हेडन आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से धोनी की कप्तानी में खेले हैं ऐसे में उन्होंने माही को काफी करीब से देखा और जाना है। एम्एस धोनी को मैच समाप्त करने में महारथ हासिल है। विकट परिस्थितियों से मैच में धैर्य के साथ खेलते हुए टीम को लक्ष्य के करीब ले जाना और मैच समाप्त करना धोनी की एक अद्भुत कला मानी जा सकती है।
भारतीय उपमहाद्वीप में 2011 में हुए विश्वकप के फाइनल में टीम को मुश्किल स्थिति से धोनी ने न सिर्फ निकाला बल्कि क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करते हुए फाइनल में जीत दिलाकर चैंपियन भी बनाया। हाल ही के दिनों में उनकी बल्लेबाजी में पुरानी धार नहीं देखने को मिली है। वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय में 114 गेंदों में 54 रन इसका उदाहरण कहा जा सकता है लेकिन अपने दिन धोनी गेंदबाजों के लिए खतरा ही बनते देखे गए हैं।