बागेश्वर: होली का त्योहार पूरी धूमधाम के साथ मनाए जाने को लेकर तैयारियां जोरशोर से शुरू हो चुकी हैं। बुधवार से रीतियों के अनुसार चीरबंधन के साथ होली का आगाज भी हो गया।
जिले में होली के त्योहार का अलग ही महत्व है। बागेश्वर की होली जहां पूरे उत्तराखंड में प्रसिद्ध है। उसको लेकर युवाओं व बच्चों में खासा उत्साह है। बाजारों में भी तरह-तरह की पिचकारी, रंग व गुलाल उपलब्ध हैं। दुकानदारों ने मांग के अनुरूप ही सामान को सजाया है। शहर में सड़क के किनारे पफुटपाथ पर भी दुकानदारों ने सामान सजाया है। जिसमें पापड़, चिप्स, चीन निर्मित पिचकारी व गुलाल के अनेक ब्रांड शामिल हैं। चैक बाजार, तहसील रोड व बस स्टेशन के दोनों किनारों पर कई थोक दुकानों में हर्बल कलर भी सजाए गए हैं। होली पर जहां बच्चों में अलग तरह का उत्साह नजर आ रहा है। वहीं युवाओं ने भी इस दिन पूरी मस्ती करने का मन बना रखा है।
कस्बे में भी होली का आगाज बुधवार को हो गया। लोगों ने अबीर-गुलाल लगाकर प्राचीन अखाड़े में धूनी जलाई। साथ ही फाग गाया गया। तसहील के मटेना गांव में होली को लेकर गिरीश खोलिया, सिल्ली, जीवन दुबे, डाॅ. हेमचंद्र,नंद बल्लभ व मथुरादत्त ने होल्यारों के साथ चीर बांधी। जिसमें सामूहिक तौर पर कैले होली बांधी चीर, हो रघुनंदन राजा फाग का गायन किया। इसके अतिरिक्त गागरीगोल स्थित गोलू मंदिर में महिलाओं ने भी होली के मौके पर फाग गाया।
व्यापार संघ के अध्यक्ष अखिल जोशी ने एसपी को ज्ञापन भेजकर होली पर पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना था कि होली पर कुछ अराजकतत्व माहौल खराब कर सकते हैं। इसलिए कस्बे में रात्रि गश्त बढ़ाए जाए। उनका कहना था कि आगामी 11 मार्च को चतुर्दशी के दिन प्रसिद्ध कोट भ्रामरी मंदिर, बैजनाथ मंदिर व डंगोली में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने की जरूरत है।