श्री०जी०| उत्तर प्रदेश सरकार अपनी महात्वाकांक्षी योजनाओं लैपटॉप वितरण और कन्या विद्या धन योजना एक बार फिर कुछ बदले स्वरूप के साथ शुरू करने जा रही है| इस योजना का लाभ मेधावी छात्राों को देने की योजना है। माध्यमिक शिक्षा विभाग इसके लिए दिशा निर्देश तय करने के साथ अगले वित्तीय वर्ष के बजट में धन का भी बंदोबस्त कराएगा। हर साल करीब एक लाख छात्राों को कन्या विद्याधन देने की तैयारी है।
अखिलेश सरकार ने विकास का एजेंडा तय करने के बाद उस पर अमल करने के लिए आने वाले बजट की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। इस बजट में मेधावी छात्रों के लिए अखिलेश सरकार एक बार फिर से अपनी योजना कन्या विद्याधन और लैपटॉप वितरण योजना शुरू करने जा रही है| बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अध्यक्षता में हुयी बैठक में इन योजनाओ को दोबारा शुरू करने पर सहमति बनी|
सरकार इन योजनाओं की नई मदों के लिए नौ हजार करोड़ रुपए का बंदोबस्त करने जा रही है।
इन योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में एक लाख से ज्यादा छात्रओं को विद्या धन मिलेगा। इन योजनाओं के मद में कैबिनेट ने बजट के मसौदे को मंजूरी दे दी है| उल्लेखनीय है कि कन्या विद्या धन योजना समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती मुलायम सिंह यादव सरकार द्वारा शुरू की गई लेकिन बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के सत्ता में आने के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया था। इस योजना से काफी पैमाने पर लडकियां उच्च शिक्षा लेने को प्रेरित हुई। योजना बंद करते समय छात्राों को कन्या विद्याधन के रुप में 30 हजार रुपये दिए जाते थे
बताया जा रहा है कि पिछले साल लाई गई योजनाओं का पैसा राज्य बजट में शामिल होने के कारण इस बार भी बजट काफी बडा होने वाला है| माना जा रहा है कि ये बजट तीन हजार करों तक पहुँच सकता है| इस बजट में सरकार अल्पसंख्यकों के लिए बनाई योजनाओं पर ज्यादा पैसा खर्च करेगी|