देहरादून: शनिवार को वीर शिरोमणी माधोसिंह भण्डारी किसान भवन, रिंग रोड में आयोजित 02 दिवसीय प्रथम राज्य स्तरीय नींबू वर्गीय फल महोत्सव (संगोष्ठी एवं प्रदर्शिनी) में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रतिभाग
किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगाये गये स्टाॅल एवं फलों की प्रदर्शिनी का अवलोकन किया। स्टाॅलों के अवलोकन के दौरान उन्होंने कहा कि हर जनपद में नींबू वर्गीय फलों का सर्वें कराया जाए। साथ ही लोगों को क्षेत्र में उत्पादित फसलों की गुणवत्ता की भी जानकारी दी जाय। किसानों व बागवानों को उत्पादन के प्रति उचित तकनीकी शिक्षा व सलाह मिले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें अपने उत्पादों की मार्केटिंग के लिए सपोर्ट सिस्टम विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण परिवर्तन से भी बागवानी कास्त में बड़ी चुनौती आ रही है। जिसकी जानकारी काश्तकारों के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि काश्तकारों को प्रोत्साहित कर उत्पादनों में बढ़ोत्तरी करना राज्य सरकार की प्राथमिकता हैं। जिससे अन्य भी प्रेरणा लेकर लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में नींबू वर्गीय फलों के उत्पादन की अपार संभावनाएं है। नींबू प्रजाती की उत्पादित फसलों को क्रय कर उपयोग में लाकर काश्तकारों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी मंे आए किसानों को प्रेरित कर लीडर के रूप में क्षेत्रों में भेजे जिससे कि वे दूसरों को भी बागवानी की जानकारी दे सकें। बागवानी से संबंधित नये अनुभव लोगों तक पहुंचे, इसके प्रयास किये जाने चाहिए। किन फसलों के लिए कौन सी भूमि उपयुक्त है, इसके लिये मिट्टी की जानकारी भी काश्तकारो को दी जानी आवश्यक है। काश्तकारों को सही जानकारी न होने से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। सही जानकारी ही स्वस्थ्य फसल के साथ-साथ उत्पादन में बढ़ोत्तरी करती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सरकार व किसानों के मध्य अधिकारी और कर्मचारी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जो किसानों को नई योजनाओं व आधुनिक तकनीक की जानकारियां ंउपलब्ध कराते है।
राज्य स्तरीय नींबू महोत्सव के अवसर पर आयोजित संगोठी एवं प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री श्री रावत ने नींबू वर्गीय फलों की विभिन्न प्रजातियों हेतु व्यक्तिगत क्षेत्र की प्रतियोगिता के विजेताओं, नींबू वर्गीय फलों के प्रसंस्कृत उत्पादों हेतु निजी क्षेत्र की प्रसंस्करण इकाईयों, स्वयं सहायता समूहों एवं व्यक्तिगत स्तर के मध्य प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा 03 लाॅटरी विजेता बागवानी काश्तकारों को कृषि से संबंधित उपकरण दिए। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से चयनित विजेता किसानों को नकद धनराशि भी पुरस्कार के रूप में दी जायेगी।
इस अवसर पर कृषि मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पहली बार राज्य स्तरीय नींबू वर्गीय फल महोत्सव (संगोष्ठी एवं प्रदर्शिनी) का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि विलुप्त हो रहे फलों को भी संरक्षित कर सही दिशा एवं उपयोग में लाकर काश्तकारों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि आने वालो वर्षों मे नींबू प्रजाती के फलों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी आएगी।