देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 1 मेगावाट की पुरकुल एवं सिंघली लघु जलविद्युत परियोजना का शिलान्यास किया। सहसपुर विकासखण्ड के
पुरकुल गांव में टोंस नदी पर 1 मेगावाट का हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट पुरूकुल व सिंगली ग्राम पंचायत एवं उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की सहभागिता से स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री रावत की उपस्थिति में पुरकुल व सिंगली ग्राम पंचायत एवं उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) के मध्य एमओयू भी हस्ताक्षरित किया गया। पुरकुल/सिंगली ग्राम पंचायत की ओर से ग्राम प्रधान पुरकुल नीतू जुयाल एवं ग्राम प्रधान सिंघली अनीता थापा ने व उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की ओर से महाप्रबंधक अजय पटेल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने लघु जलविद्युत परियोजना के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के 20 ओर परियोजनाएं इस वर्ष के अंत तक ग्राम पंचायतों की सहभागिता से शुरू करने वाले हैं। हम हमेशा से कहते हैं कि जल, जंगल व जमीन पर हमारा अधिकार होना चाहिए मगर इसका मतलब इनको समेट कर रखना नहीं है बल्कि इनका विकास के लिए अधिकार चाहते हैं। सरकार की तो कोशिश है कि गाँवों की खाली पड़ी भूमि को व छतों को भी सौर ऊर्जा के लिए उपयोग में लाया जा सके। इसके लिए सरकार 2000 वेन्डर तैयार करने की कोशिश कर रही है। इनको टेªनिंग व कार्यशील पूंजी भी उपलब्ध करायी जाएगी। हम अपने ग्राम सभाओं की भूमि को बिजली व वनस्पति के लिए प्रयोग करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि खाली पड़ी भूमि में चारागाह विकसित करने के लिए घास व पेड़ का बीज सहित बोनस भी दिया जाएगा। यदि कोई इंदिरा दुग्ध मंडल बनाते हैं तो 4 रू0 बोनस के साथ दुग्ध से पनीर व अन्य उत्पाद बनाने हेतु मशीनें भी उपलब्ध करायी जाएंगी। राज्य से पलायन को रोकने के लिए हमें अपने बेकार पड़े संसाधनों का प्रयोग करना आवश्यक है। राज्य सरकार पानी के संग्रहण के लिए कार्य कर रही है। हमारी कोशिश है कि बरसाती पानी का 70 प्रतिशत को जलाशयों में संग्रहित कर पानी की कमी को पूरा किया जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए ईको टूरिज्म बोर्ड बना दिया गया है। मालसी में चिडि़याघर बना रहे हैं। लच्छीवाला में बटरफ्लाई पार्क बना रहे हैं। जंगल के बीच बसे गाँवों को इको टूरिस्ट विलेज के रूप में विकसित कर रहे हैं। हमने राज्य के विकास के लिए शुरूवात कर चुके हैं। जाॅर्ज एवरेस्ट भी मसूरी क्षेत्र के लिए टूरिज्म की दृष्टि से वरदान साबित हो सकता है। मसूरी में जिन अंग्रेजों की कब्र हैं उनकी पीढ़ी को ढँूडकर उन्हें यहाँ आमन्त्रित कर हम राज्य का पर्यटन व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पुरकल गाँव के लिए सौर ऊर्जा से स्ट्रीट लाईट लगवाने के लिए अधिकारियों को आदेश दिये।