कुशीनगर: कुशीनगर में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। सीएम ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख और अस्पतालों में इलाज करवा रह लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। बता दें, जहरीली शराब पीने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अधिकारी 8 लोगों की मौत की पुष्टि कर रहे हैं। वहीं, करीब आधा दर्जन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामला कुशीनगर जनपद के तरयासुजान थाना क्षेत्र के जवहि दयाल चैनपट्टी का है, जहां सबसे पहले जहरीली शराब पीने से 3 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि डेबा निषाद की मौत मंगलवार की देर शाम को हो गयी, जबकि हीरालाल निषाद व अवध निषाद की मौत बुधवार को तड़के दिन में हुयी। इसके बाद चंचल चौहान, रामब्रिक्ष, रामनाथ, विजय प्रसाद, ओम दीक्षित, संतोष व दिवाकर दीक्षित सहित 10 लोगों की मौत हो गई।
लोगों का आरोप है की स्थानीय थाने की पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से स्प्रिट निर्मित जहरीली शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा है। इस कारोबार का संरक्षण कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा दिया जा रहा है। यदि जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन द्वारा इसके खिलाफ अभियान चलाया जाता है तो इन सफेदपोशों द्वारा राजनीतिक दबाव बनाकर कार्रवाई में खलल डाल दिया जाता है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आबकारी विभाग में क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक एचएन पांडेय व सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश तिवारी, रविन्द्र कुमार, ब्रम्हानंद को सस्पेंड कर दिया गया गया है। वहीं, देर रात एसपी ने लाइन हाजिर हुए थानाध्यक्ष विनय कुमार पाठक सहित हल्का इंचार्ज भीखू राय और 2 सिपाही कमलेश यादव व अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया। सीएम ने आबकारी और पुलिस विभाग को अवैध शराब से जुड़े लोगों के विरुद्ध 15 दिनों का संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश भी दिये हैं। source: oneindia