लखनऊ: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 के तत्वाधान में श्री रविदास मेहरोत्रा माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण, उ0प्र0, श्री शंखलाल मांझी, माननीय राज्यमंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0, तथा डा0 एस0पी0 यादव, माननीय राज्यमंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0 की अध्यक्षता में प्रदेश के समस्त जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक आज यहां आयोजित की गयी।
श्री रविदास मेहरोत्रा द्वारा कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव तथा टीकाकरण कराने हेतु निर्देश दिये गये साथ ही कुपोषण रोकने हेतु बच्चे के जन्म के एक घण्टे के भीतर तथा 6 माह तक केवल मां का दूध ही पिलाये जाने हेतु जन-जागरूकता बढ़ाये जाने पर जोर दिया गया। सभी जनपदों में आशा सम्मेलन के दौरान आशा संगनियों को साइकिल उपलब्ध कराये जाने हेतु तथा निर्बल पात्र जनों को शव वाहन सेवा, बायोमेडिकल वेस्ट की व्यवस्था, ए0एल0एस0/एम्बुलेंस सेवा शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा मेडिकेटेड मासक्यूटो नेट का वितरण तथा ई0सी0जी0 परीक्षण सेवा एवं हड्डी रोग विभाग अंतर्गत प्लास्टर लगाने की सेवा निःशुल्क किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में श्री शंखलाल मांझी, माननीय राज्यमंत्री, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, द्वारा डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर चिन्ता व्यक्त की गयी तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में जे0ई0/ए0ई0एस0 हेतु दैनिक जीवन में जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
डा0 एस0पी0 यादव, माननीय राज्यमंत्री, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0 द्वारा चिकित्सा इकाईयों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर जेनरेटर चलाये जाने हेतु निर्देश दिये गये। माननीय मंत्री जी द्वारा विभाग के अंतर्गत चिकित्सालयों में उपलब्ध 100 प्रकार की पैथालाॅजी जांचों की निःशुल्क सुविधा के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु निर्देशित किया गया। उनके द्वारा नवनिर्मित 100 एवं 50 शैय्या चिकित्सालयों में आवश्यक उपकरण एवं मानव संसाधन समयबद्ध रूप से मुहैया कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
श्री अरूण कुमार सिन्हा, प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0 शासन द्वारा प्रदेश में संचालित चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की विभिन्न योजनाओं, सेवाओं एवं गतिविधियों की समीक्षा की गयी। प्रमुख सचिव द्वारा विभिन्न योजनाओं अंतर्गत निर्धारित किये गये लक्ष्यों की समयान्तर्गत प्राप्ति हेतु हर सम्भव प्रयास करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों एवं मदों के अंतर्गत की जाने वाली प्रचार-प्रसार गतिविधियों के समन्वयन एवं सामंजस्य की आवश्यकता पर बल दिया। उनके द्वारा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में आधुनिक तकनीक एवं स्मार्ट मोबाइलों के प्रयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया। श्रीमती वी. हेकाली झिमोमी, सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0 शासन द्वारा मानवाधिकार आयोग के नोटिस का उत्तर एक सप्ताह में दिये जाने हेतु संबंधित मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया।
श्री आलोक कुमार, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 द्वारा जनपदों के विभिन्न कार्यक्रमों की वित्तीय समीक्षा करते हुए जनपदों को अवमुक्त एवं रक्षित धनराशियों को समय से उपयोगित न किये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारियों को समयानुसार गतिविधियों का संचालन करते हुए रक्षित धनराशियों का उपयोग करने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत उपलब्ध कराये जा रहे आहार के मद में माह अप्रैल, 2016 से जून, 2016 तक शून्य व्यय वाले जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी गयी।