चेन्नई: तमिलनाडु में कोरोना वायरस संक्रमण के 106 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 90 व्यक्ति ‘एकल स्रोत आचरण’ से हैं. इसी के साथ राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1075 पहुंच गया है. जबकि 11 लोगों की मौत हो चुकी है.
तमिलनाडु की स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने बताया कि 2 सरकारी डॉक्टर, 2 रेलवे अस्पताल के डॉक्टर, 4 प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर और 5 नर्सें कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण से रविवार को 45 वर्षीय एक महिला की अस्पताल (Hospital) में मौत हो गई. जिसके बाद राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 11 पर पहुंच गई.
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संक्रमितों का आकंड़ा 1075 पहुंचा
महिला को पांच अप्रैल को ओमनदुरार सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जांच में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन में कहा गया, ‘सांस लेने में तकलीफ बढ़ने से 11अप्रैल शाम साढ़े सात बजे महिला की मौत हो गई.’ गौरतलब है कि राज्य में संक्रमण के अब तक कुल 1075 मामले हैं.
‘खतरनाक हो सकती है डिसइन्फेक्शन वाली टनल’
तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि क्लोरीन, अल्कोहल और लाइजोल का इंसानों के शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है. उन्होंने तो यहां तक दावा किया है कि इससे इसानों पर विपरीत असर दिखाई देने लगता है. इसके बाद तमिलनाडु के पब्लिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने एक आदेश जारी कर इन सभी डिसइन्फेक्शन टनल को पूरी तरह से बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं.
डिसइन्फेक्शन टनल की खामियों के बारे में बताते हुए उन्होंने तर्क दिया है कि अगर कोई व्यक्ति इस टनल से गुजरेगा तो उसके अंदर एक धारणा बन जाएगी कि वह पूरी तरह से कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है. इसके बाद वह हाथ धोने जैसे जरूरी उपायों को पूरी तरह से छोड़ देगा, जिसका विपरीत परिणाम देखने को मिलेगा. Source News18