लखनऊ:यूपी के उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला के पिता की जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई है. रविवार को इस महिला ने विधायक सेंगर पर रेप का आरोप लगाने के बाद सीएम आवास पर आत्महत्या की कोशिश की थी. महिला और उसके परिवारवालों ने विधायक पर जेल में व्यक्ति की हत्या कराने का आरोप लगाया है.
इस पूरे मामले पर सीएम आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे नहीं बख्शेंगे. मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को तलब किया.
Lucknow: Latest visuals of Kuldeep Singh Sengar, BJP MLA against whom a woman leveled rape allegations. He has reached UP CM Yogi Adityanath's office pic.twitter.com/zSLXDUCL5O
— ANI UP (@ANINewsUP) April 9, 2018
उन्नाव की एसपी पुष्पांजलि देवी ने बताया कि मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, 4 नामजद आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई है.
संदिग्ध हालत में मौत
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद महिला के पिता को रविवार रात पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां होने पर तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन रविवार सुबह 3 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतकों के परिजन ने बलात्कार के आरोपी बांगरमऊ से बीजेपी विधायक सेंगर पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है.
इलाके में पुलिस बल तैनात
विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवती के पिता 50 वर्षीय पिता की संदिग्ध परिस्थियों में मौत से शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के साथ-साथ जिले के चैराहों और पीड़ित परिवार के घर पर भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. डीएम रवि कुमार एनजी और एसपी पुष्पांजलि भी मौजूद रहे.
उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था. अदालत के आदेश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
विधायक पर प्रताड़ित करने का आरोप
आरोप है कि मुकदमा वापस नहीं लेने पर 3 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारा-पीटा था. गंभीर रूप से घायल होने के बाद पीड़ित माखी थाने में तहरीर देने गया तो पुलिस ने 5 अप्रैल को उसी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया.
डीएम ने दिया जांच का आदेश
डीएम रवि कुमार एनजी ने बताया कि जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच कराई जाएगी. साथ ही मृतक का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं. आरोपियों के स्थान पर अपने पिता के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से दुखी होकर कथित बलात्कार पीड़ित युवती ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह की कोशिश की थी. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया था.
अखिलेश, राहुल ने साधा निशाना
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर लगातार 2 ट्वीट किए हैं. उन्होंने ट्वीट के जरिये योगी सरकार पर निशाना साधते हुए तंज कसा है. साथ ही इसे चिंता का विषय बताया है.
मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह की कोशिश करनेवाली दुष्कर्म की पीड़िता के पिता की ‘पुलिस कस्टडी’ में दर्दनाक मृत्यु अत्यंत दुखदायी है। इसकी सर्वोच्च स्तरीय निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए। महिलाओं के मान की रक्षा के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 9, 2018
बेटी बचाओ-खुद मारे जाओ
एक युवती भाजपा MLA पर बलात्कार का आरोप लगाती है| MLA को गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस युवती के पिता को हिरासत में ले लेती है| उसके तुरंत बाद पुलिस कस्टडी में उनकी मृत्यु हो जाती है|
वहीँ आरोपी भाजपा विधायक अभी भी खुले घूम रहे हैं|https://t.co/TN5GDXm7Ow
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 9, 2018
(इनपुटः PTI)