देहरादून: श्री अनिल के0 रतृड़ी, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में 14 वीं अन्तर्राज्यीय व अन्तरइकाई समन्वय बैठक ( 14th Inter State & Inter Agency Coordination Meeting) का आयोजन पुलिस आफिसर्स मैस, किशनपुर देहरादून की सभागार में किया गया जिसमें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, एसएसबी, रेलवे सुरक्षा बल, आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। मीटिंग के संयोजक श्री दीपम सेठ पुलिस महानिरीक्षक,अपराध एवं कानून व्यवस्था, ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा बैठक का संचालन सुश्री स्वीटी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना ने किया।
श्री रतूड़ी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बैठक का उद्देश्य कांवड़ मेले के दौरान उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली व अन्य एजेन्सियों के पारस्परिक सहयोग से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाये रखना है। उन्होने कहा कि कांवड मेले के दौरान साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगड़ने का प्रयास हो सकता है। अतः इस हेतु कांवड यात्रा के समस्त रूट में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर पर्याप्त प्रशिक्षित पुलिस बल नियुक्त किए जाने एवं बीफ्रिंग की आवश्यकता है। कांवड़ यात्रा के दौरान इसके सकुशल संचालन के लिए सभी को समन्वय तालमेल की आश्यकता होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों से अभी से कांवड़ मेले हेतु पुलिस प्रबन्ध किये जाने की तैयारियों में लगने की अपेक्षा की।
बैठक के प्रथम चरण में श्री कृष्ण कुमार वी0के0 वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार ने संयुक्त रूप से कांवड़ मेले के दौरान किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात संचालन, यात्रा रूट पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्ध, डी0जे0 लगाकर व लाठी डन्डे लेकर चलने वाले कांवड़ियों पर प्रतिबन्ध, कावड़ यात्रा के दौरान विगत वर्षो में होने वाली दुर्घटनाओं व पार्किंग आदि के बारे में प्रस्तुतिकरण किया। उन्होने बताया की विगत 15-20 वर्षो से प्रत्येक वर्ष कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है वर्ष 1985-90 मे जहाँ 15-20 लाख कांवड़िये आते थे जो अब बढ़कर वर्ष 2018 मे लगभग 2 करोड़ – 2.5 करोड़ कांवड़ियों के आने की सम्भावना है, उन्होने कांवड़ यात्रा की व्यवस्था मे लगे सभी नोडल अधिकारियों का व्हाटस अप ग्रुप बनाने, अन्तर्राज्यीय बैरियरों पर सयुक्त पुलिस बल नियुक्त करने, यात्रा रूट पर लगने वाले लंगरो को निश्चित स्थान पर लगवाने, कांवड़ियों के उद्गम स्थल पर ही डी0जे0, लाठी डन्डे नियंत्रित करने, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले सन्देशो की निगरानी रखने आदि के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों से सहयोग की अपील की।
बैठक के द्धितीय चरण में श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड ने जघन्य अपराधों, अन्तर्राज्यीय अपराधी गैंग, इनामी बदमाशों फरार अपराधियों, मानव तस्करी, साईबर क्राइम आदि के सम्बन्ध में एक प्रस्तुति के माध्यम से अन्तराष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर अपराध नियंत्रण के लिए सूचनाओं के अदान-प्रदान व जनपद/स्पेशल यूनिटस की समन्वय बैठकों के आयोजन थानाध्यक्ष स्तर की मीटिंग किए जाने पर बल दिया उन्होने अन्तर्राज्यीय अपराधियों के सम्बन्ध में विवरण, डोजियर्स आदि का आदान-प्रदान किये जाने,सीमावर्ती जनपदों के थाना प्रभारियों की बैठक पर बल दिया।
उन्होने कहा कि कांवड़ियों से सोशल मीडिया से माध्यम से अपील की जायेगी की कांवड़ मेला को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस का सहयोग करें।
बैठक के अन्तिम चरण में निम्न बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया गयाः-
1- नेपाल व चीन सीमाओं के सन्दर्भ में सभी पुलिस संगठनों व सुरक्षा एजेन्सियों के मध्य सूचनाओं के आदान प्रदान समन्वय वैधानिक/अवैधानिक रास्तों व वाहनों की चैकिंग व सुरक्षा तथा महत्वपूर्ण पुलों आदि की सुरक्षा।
2- जालीमुद्रा के आवागमन व परिचालन को रोकने हेतु की जाने वाली कार्यवाहिया।
3- तिब्बत/नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से होने वाली तस्करी की रोकथाम।
बैठक में विभिन्न राज्यों से आये अधिकारियों द्वारा अपने-अपने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कावड़ मेला से सम्बन्धित सुझाव दिये गये।
इस बैठक में श्री राम सिंह मीणा, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन, उत्तराखण्ड, श्री आनन्द कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था,उत्तर प्रदेश, श्री वी0 विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना/सुरक्षा उत्तराखण्ड, श्री प्रशान्त, अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन उत्तर प्रदेश, श्री नवदीप सिंह, पुलिस महानिरीक्षक करनाल परिक्षेत्र(हरियाणा), श्री ए0के0पाण्डे, पुलिस महानिरीक्षक, कानून व्यवस्था, प्रथम पंजाब श्री आर0के0 श्रीवास्तव पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, श्री संजय किशोर, पुलिस महानिरीक्षक रेलवे सुरक्षा नार्थ जोन, श्री निलाभ किशोर, पुलिस उपमहानिरीक्षक आईटीबीटी देहरादून एवं श्री विक्रम सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक एसएसबी रानीखेत आदि अधिकारी उपस्थित रहे।