नई दिल्ली: आधिकारिक प्रवक्ता, श्री विकास स्वरूप : नमस्कार मित्रों। 2017 की प्रथम प्रेस वार्ता में आपका स्वागत है। मैं आप सबको सुखद और शान्तिपूर्ण 2017 की शुभकामनाएं देता हूं।
जैसा कि आप जानते हैं कि आज हम यहां आगामी प्रवासी भारतीय दिवस 2017 पर आपको जानकारी देने के लिए एकत्र हुए हैं। यह एक नये प्रारूप के अंतर्गत पहला प्रवासी भारतीय दिवस होने जा रहा है जिसके बारे में विदेश मंत्री ने अपने संवाददाता सम्मेलनों में आपको जानकारी दी थी इसलिए आज यहां हम आपको इस बेहद महत्वपूर्ण सम्मेलन के बारे में और अधिक बताने के लिए यहां उपस्थित है जो वास्तव में प्रवासी भारतीयों के साथ हमारे संबंध का प्रतीक है।
यहां मेरे साथ एक अत्यंत प्रतिष्ठित पैनल के रूप में प्रवासी भारतीय मामले और सीपीवी के सचिव श्री ध्यानेश्वर मुले, कर्नाटक सरकार के औद्योगिक विकास आयुक्त श्री गौरव गुप्ता और प्रवासी भारतीय मामलें की संयुक्त सचिव श्रीमती वाणी राव भी उपस्थित हैं।
इस सम्मेलन का आयोजन हम किस तरह से करेंगे और इससे हम क्या उम्मीद रखते हैं इसके बारे में आपको प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम की व्यापक जानकारी प्रवासी भारतीय मामलों के सचिव देंगे। इसके पश्चात श्री राजीव गुप्ता आपको बेंगलुरु ही नहीं बल्कि कर्नाटक के विशिष्ट विवरण की भी जानकारी देंगे। इस बार के कार्यक्रम में हमने कर्नाटक सरकार का चयन सहभागी के तौर पर क्यों किया इसका भी एक विशेष कारण है। इसलिए वह इस पक्ष पर आपको विस्तृत जानकारी देंगे। इसके साथ ही मैं श्री ध्यानेश्वर मुले को आमंत्रित करता हूं।
श्री ध्यानेश्वर मुले, सचिव (सीपीवी और ओआईए) : नमस्कार मित्रों मंत्रालय कर्नाटक के बेंगलुरु में 7 से 9 जनवरी तक 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ भारत सरकार और राज्य सरकारों को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण मंच है। प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन प्रत्येक वर्ष 9 9 जनवरी को महात्मा गांधी के एक प्रवासी के तौर पर दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के उपलक्ष्य में पारंपरिक रूप से आयोजित किया जाता है।
वर्तमान में लगभग 3.12 करोड़ अर्थात करीब 31.2 मिलियन प्रवासी भारतीय समूचे विश्व में बसे हुए हैं जिनमें से 1.34 करोड़ अर्थात 13.4 मिलियन व्यक्ति भारतीय मूल के हैं और 1.78 करोड़ अर्थात 17.8 मिलियन अनिवासी भारतीय हैं। प्रथम प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन नई दिल्ली में जनवरी 2003 में किया गया था। अब तक प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलनों के 13 संस्करणों का आयोजन हो चुका है। इनमें से पिछले का आयोजन दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी की वापसी की 100वीं वर्षगांठ के साथ जनवरी, 2015 में गुजरात के गांधी नगर में किया गया था।
प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन आमतौर पर दिल्ली से बाहर के शहरों में उन राज्यों की साझेदारी के साथ किया जाता है जिनमें दिल्ली से बाहर प्रवासी भारतीयों की बड़ी जनसंख्या है। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलनों में पारंपरिक रूप से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों की भागीदारी देखी जाती है, हालाकि यह सम्मेलन बिना किसी महत्वपूर्ण परिणामों के एक पुनरावृत्तीय सम्मेलन बन गया था इसलिए इसलिए सम्मानीय विदेश मंत्री के मार्गदर्शन के अंतर्गत प्रवासी भारतीय दिवस के प्रारूप को नया रूप दिया गया है। इसलिए सरकार ने यह निर्णय किया है कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन दो वर्ष में एक बार किया जायेगा। इस निर्णय के अनुसार 2016 में, प्रवासी भारतीय समुदाय और भारत सरकार दोनों के लिए प्रासंगिक विषयों पर नई दिल्ली में 10 प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलनों का आयोजन किया गया। इन प्रत्येक सम्मेलनों में हमने उन प्रवासी भारतीय को आमंत्रित किया जो अपने संबंधित क्षेत्रों में विशेषज्ञ, नीति निर्माता और भारत में हितधारक हैं एवं भारत में प्रवासी भारतीयों और हितधारकों के बीच सीधी वार्ता करने में सक्षम हैं।
14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन ‘‘प्रवासी भारतीयों के साथ पुनर्परिभाषित संबंध’’ विषय पर कर्नाटक के साथ साझेदारी में बेंगलुरु में 7 से 9 जनवरी 2017 को आयोजित होगा। हम इस सम्मेलन का आयोजन करने के लिए कर्नाटक सरकार और प्रतिनिधियों के साथ समन्वय से कार्य कर रहे हैं। हम इस आयोजन में शामिल राज्य सरकार और विभिन्न विभागों से प्राप्त सहयोग और सहायता की सराहना करता है।
अब मैं 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के कुछ प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी दूंगा। प्रथम 7 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन युवा मामले एवं खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल और विदेश राज्य मंत्री जनरल वी. के. सिंह के द्वारा किया जायेगा। सूरीनाम के 36 वर्षीय उप-राष्ट्रपति माइकल अश्विन अधिन विशेष अतिथि होंगे।
युवा प्रवासी भारतीय दिवस सत्र में युवा प्रवासी भारतीयों को भारत की संस्कृति और विरासत के साथ-साथ समकालीन भारत दोनों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और भारतीय जड़ों से जोड़ने की मंशा रहेगी। ‘‘भारत के परिवर्तन में प्रवासी युवाओं की भूमिका’’ विषय के साथ उद्घाटन सत्र होगा। ‘‘भारत को जानो’’ कायक्रमों के अंतर्गत युवा प्रवासी भारतीय दिवस में भारतीय मूल के करीब 160 युवा भागीदारी करेंगे। इनमें राष्ट्रीय सेवा योजना से 250 स्नातक और स्नाकोत्तर छात्र और बेंगलुरु महाविद्यालयों से 200 छात्र होंगे।
युवा पीबीडी में स्टार्ट-अप्स और अभिनव पर सत्र होंगे। जिनका भारत में सामाजिक प्रभाव और कर्नाटक में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव होगा। कर्नाटक सरकार अपने राज्य के संगीत और नृत्य को प्रोत्साहन देते हुए एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन करेगी।
8 जनवरी को पीबीडी सम्मेलन का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री करेंगे और इस अवसर पर अपना संभाषण देंगे। पुर्तगाल के प्रधानमंत्री डॉ. एनटोनियो कोस्टा उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। मलेशिया के मंत्री दातो सेरी एस.सेमी वेलू बुनियादी ढांचे के लिए मलेशिया सरकार के विशेष दूत दातों सेरी डॉ. एस सुब्रमण्यम, स्वास्थ्य मंत्री और मॉरिशस के मंत्री श्री पृथ्वीराज सिंह रूपम विशेष अतिथियों के तौर पर पीबीडी में शामिल होंगे।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्राकश जावड़ेकर, संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री महेश शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री श्री जे. पी. नड्डा के अलावा राज्य सरकारों के कुछ मंत्री और कई सांसद भी भाग लेंगे।
पीबीडी सम्मेलन के अंतिम दिन 9 जनवरी को विभिन्न मुद्दों पर समापन सत्रों का आयोजन किया जायेगा। 9 जनवरी 2017 को ही समूचे विश्व में भारतीय मिशन और कॉन्सुलेट अपने अपने क्षेत्राधिकारों के साथ प्रवासी भारतीय समुदाय की सहभागिता से प्रवासी भारतीय दिवस मनायेंगे।
प्रवासी भारतीय दिवस के लोगो (चिन्ह) का चयन को एक खुली प्रतिस्पर्धा के माध्यम से इस वर्ष के प्रारंभ में www.mygov.in पर आयोजित करके किया गया था। हमने सम्मेलन के कार्यक्रमों की जानकारी देने के लिए एक पोर्टल www.pbdinida.gov.in तैयार किया है जिस पर निंरतर रूप से जानकारी अद्यतन की जा रही है।
प्रवासी भारतीय दिवस 2017 के सभी सत्र विस्तृत स्वरूप के होंगे कोई समवर्ती सत्र नहीं होगा। ऐसा सभी सत्रों में अच्छी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। सभी सत्र प्रश्नोत्तर सत्र के माध्यम से इंटरैक्टिव होंगे ताकि सभी प्रतिनिधियों से सीधा संवाद स्थापित किया जा सके। इस दौरान प्रवासी भारतीय प्रतिनिधि अपने सुझाव और टिप्पणियां व्यक्त कर सकते हैं। सभी सत्रों को विश्व स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रवासी भारतीय दिवस का एक आकर्षण एक प्रदर्शनी है, जिसके द्वारा प्रतिनिधियों को सरकार के मौजूदा कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त करने तथा देश के विभिन्न क्षेत्रों में हुई विशाल प्रगति के बारे में जानने का अवसर प्राप्त होगा। पहली बार प्रवासी भारतीय दिवस प्रदर्शनी में पांच विशिष्ट विषय और क्षेत्र होंगे, जो इस प्रकार हैं- भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रम, प्रवासी भारतीयों और पीआईओ के लिए योजनाएं और कार्यक्रम, व्यापार निवेश पर्यटन के लिए राज्यों में अवसर, एनआरआई और पीआईओ के लिए प्रोत्साहन, दस्तकारों द्वारा बिक्री और प्रदर्शन सहित भारतीय हस्तशिल्प और सांस्कृतिक बाजार तथा कारपोरेट क्षेत्र आदि। प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण एक बार फिर भारत के शीर्ष 20 सामाजिक नवीन अविष्कारों के बारे में एक मंडप होगा जिसमें विदेश मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता के आधार पर चुने गये 20 स्टार्ट अप को शामिल किया गया है। इस प्रतियोगिता के विजेता को एक प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये का नकद ईनाम दिया जाएगा। पहली बार प्रदर्शनी क्षेत्र में एक नामित बी 2 बी बैठक लांज बनाया जाएगा। हमने बी2बी प्लेटफार्म ऑनलाइन www.pbdb2b.in की शुरूआत की है। जिसके द्वारा प्रतिनिधि आपस में, प्रदर्शकों, कॉरपोरेट क्षेत्र तथा प्रवासी भारतीय दिवस में भाग ले रहे सरकारी अधिकारियों के साथ पूर्व निर्धारित बैठकें कर सकते हैं।
युवा भारतीय मूल के लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से इस क्षेत्र के लिए पंजीकरण शुल्क में भारी कटौती की गई है। समूह में पंजीकरण के लिए पंजीकरण शुल्क को युक्तिसंगत बनाया गया है ताकि विदेशों मे स्थित भारतीय संगठन और भारतीय व्यावसायिक संगठन बड़ी संख्या में भागीदारी कर सकें। हमारे मिशनों और विदेशों में स्थित वाणिज्य दूतावास 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाएंगे।
प्रवासी भारतीय में 4000 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है और अभी तक बड़ी संख्या में पंजीकरण हुए हैं। आऩे वाले दिनों में और अधिक प्रवासी भागीदारों के पंजीकरण होने की उम्मीद है। हम मलेशिया, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात और कतर से प्रवासी भारतीयों के समूह का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। कतर 140 व्यक्तियों का अपने सबसे बड़ा शिष्टमंडल भेज रहा है। गूगल प्ले और एप्पल प्ले स्टोर में उपलब्ध है, जिसे बिना लागत के स्थापित किया जा सकता है। यह एप प्रतिनिधियों को कार्यक्रम और पीबीडी 2017 की अन्य विशेषताओं के बारे में अद्यतन जानकारी देगा और आयोजनों के बारे में भी वास्तविक अद्यतन उपलब्ध कराएगा। कार्यक्रम स्थल पर मुफ्त वाई फाई भी उपलब्ध होगा और यह एप प्रतिनिधियों के लिए बहुत लाभकारी उपकरण साबित होगा।
हमें उम्मीद है कि यह सम्मेलन प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ अपने संबंधों को जारी रखने में सरकार को सक्षम बनाएगा। इस सम्मेलन में उनसे संबंधित कुछ मुद्दों दूर को करने और उनके सुझाव प्राप्त करने तथा उनके विचार जानने में मदद मिलेगी।
सरकारी प्रवक्ता श्री विकास स्वरूप ने ओआईए सचिव को 14वें प्रवासी दिवस के अवसर पर व्यापक जानकारी के लिए धन्यवाद देते हुए कर्नाटक सरकार के वरिष्ठ आईएस अधिकारी श्री गौरव गुप्ता को संबोधन करने के लिए आमंत्रित किया। श्री गुप्ता ने कहा कि सभी प्रवासी भारतीयों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन विदेश मंत्रालय का एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो प्रतिवर्ष 7 से 9 जनवरी तक आयोजित किया जाता है और इस बार बंगलुरु में इसकी मेजबानी हो रही है। प्रवासी भारतीय दिवस से संबंधित मुख्य आयोजनों में युवा प्रवासी भारतीय दिवस 7 जनवरी को, प्रधानमंत्री द्वारा प्रवासी भारतीय का उद्घाटन 8 जनवरी विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सत्रों का आयोजन आदि शामिल हैं।
इस सम्मेलन का अयोजन बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र पर किया जा रहा है। कर्नाटक राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। कर्नाटक सरकार दो सत्रों का आयोजन कर रही है, जिनमें कर्नाटक में प्रास्थितिकीय स्टार्टअप का प्रदर्शन किया जाएगा। अन्य सत्र में कर्नाटक ने निवेश अवसरों का प्रदर्शन किया जाएगा। कर्नाटक सरकार 7 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिसमें युवा प्रवासी दिवस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्रों की भागीदारी होगी। 7 और 10 जनवरी को राज्य सरकार औद्योगिक भ्रमणों का जिसमें विभिन्न दिलचस्प स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। कर्नाटक सरकार का पर्यटन विभाग भ्रमण टूर आयोजन कर रहा है, जिसमें बेंगलुरु, मैसूर और काबिनी के आस पास के सुंदर स्थलों का शामिल किया गया है। कर्नाटक सरकार को अपनी नीतियों, राज्य सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की प्रगति के प्रदर्शन के लिए पीबीडी प्रदर्शनी में 1000 वर्ग मीटर जगह आवंटित की गई है। अब कर्नाटक के मंडप का डिजाइन और निष्पादन कर रहे हैं।
मेहमानों की सहायता और प्रोटोकॉल के लिए हम लाइजन अधिकारी नियुक्त कर रहे हैं। बेंगलुरू शहर और आयोजन स्थल के मध्य शटल सर्विस उपलब्ध कराई जा रही है। सुरक्षा के बारे में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें अतिरिक्त सीसीटी कैमरा और सामान स्कैनर लगाए जा रहे हैं। आयोजन दिवसों पर पीबीडी प्रतिनिधियों की आवाजाही के लिए टोल फ्री लेनों की व्यवस्था की गई है। अग्नि और आकस्मिक सेवाएं तैयार की गई हैं। कर्नाटक पर्यटन गाइड बुक प्रतिनिधियों को दी जाने वाली कीट में शामिल की जा रही हैं। शहर को सुंदर बनाने का कार्य शुरू किया गया है। अपने सामान की इच्छा रखने वाले प्रदर्शनी भागीदारों के लिए अस्थायी टीआईएन नंबर की व्यवस्था की गई है। विशिष्ट लोगों और प्रतिनिधियों के लिए समन्वय हेतु हवाई अड्डें पर सहायता डेस्क की व्यवस्था की गई है। विदेश मंत्रालय के परामर्श के साथ पंजीकृत प्रतिनिधियों के लिए पास जारीकरने का प्रबंध किया गया है। विदेश मंत्रालय पासों की छपाई कर रहा है, जिसका वितरण हमारी देख-रेख में होगा। हम इस काम के लिए एक केंद्र उपलब्ध करा रहे हैं। हमारे पास अन्य कार्यक्रमों का विवरण भी है, जिसे हम आवश्यक होने पर आपके साथ साझा करेंगे।
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