लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन विभाग द्वारा संचालित बैकयार्ड कुक्कुट विकास कार्यक्रम के तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में 450 लाख रूपये की धनराशि से 15,000 कुक्कुट इकाइयां स्थापित की जायेंगी। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में 200 कुक्कुट ईकाईयां का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समाज कल्याण विभाग द्वारा वित्तपोषित तथा अनुसूचित जाति केे लाभार्थियों के लिए संचालित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के गरीब लोगों की आय में वृद्धि करना तथा उनके घर पर ही उनको रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
पशुधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों का चयन कर उन्हें कुक्कुट पालन के लिए समीप के पशु चिकित्सालय में एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके लिए 200 रूपये प्रति लाभार्थी प्रशिक्षण पर व्यय किया जाता है। प्रत्येक प्रशिक्षित लाभार्थी द्वारा 50 चूजों की इकाई स्थापित करायी जाती है, जिस पर सिर्फ 3000 रूपये का पैकेज खर्च आता है। यह खर्च पूरी तरह से अनुदान के रूप में दिया जाता है। इस पैकेज में 50 चूजे, कुक्कुट आहार, दवा, छप्पर का प्रबंध, प्रशिक्षण तथा चूजों को लाभार्थी के घर तक पहुंचाना शामिल है।
बैकयार्ड कुक्कुट विकास कार्यक्रम में अनुसूचित जाति के लाभार्थी का चयन ग्राम प्रधान द्वारा दी गयी चयनित सूची का परीक्षण संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी व पोल्ट्री प्रोग्राम आॅफिसर द्वारा किया जाता है। इसके बाद जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा लाभार्थियों का चयन किया जाता है।