नई दिल्लीः 15वें वित्त आयोग ने आज नई दिल्ली में रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और अन्य अधिकारियों के साथ सकारात्मक बातचीत की, ताकि रेलवे की वित्तीय स्थिति को गहराई से समझा जा सके। पारदर्शिता पर ध्यान केन्द्रित करते हुए अधिकारियों ने यात्रियों की सुविधा, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, रेलगाडि़यों की रफ्तार बढ़ाने और व्यर्थता अवधि घटाने के लिए हाल ही में उठाए गए विभिन्न कदमों पर भी रोशनी डाली। इस दौरान विद्युतीकरण में तेजी लाने, ट्रैक के दोहरीकरण, तकनीकी उन्नयन एवं सिग्नलों के आधुनिकीकरण, रेलवे को ओडीएफ एवं पर्यावरण अनुकूल बनाने जैसी पहलों में पूंजीगत खर्च बढ़ाने के लिए मध्यमकालिक कार्यक्रम पर विस्तृत चर्चाएं हुईं।
मंत्री महोदय ने इस बात पर रोशनी डाली कि रेलवे अपनी वाणिज्यिक लाभप्रदता को बनाए रखते हुए सामाजिक एवं आर्थिक दोनों ही दोहरी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक है। उन्होंने कहा कि आर्थिक व्यवहार्यता के साथ सामाजिक प्रतिबद्धताओं को संतुलित करना सदा ही चुनौतीपूर्ण होता है। ‘सुरक्षा पहले’ रेलवे का आदर्श वाक्य या सिद्धांत है।