नई दिल्लीः थल, नौ व आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर हर दो साल में आयोजित की जाने वाली भारतीय रक्षा प्रदर्शनी डेफएक्सपो इंडिया के 9वें
संस्करण का उद्घाटन आज दक्षिणी गोवा में रक्षा मंत्री मनोहर परिक्कर द्वारा किया गया। चार दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का आयोजन रक्षा मंत्रालय के डिफेंस एक्जिबिशन ऑर्गनाइजेशन ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन द्वारा किया जा रहा है।
इस मौके पर श्री परिक्कर ने कहा कि रक्षा प्रबंधन प्रक्रिया-2016 को रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर डाल दिया गया है और इससे ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को तेजी मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ‘मेक इन इंडिया’ पहल को लेकर काफी सक्रिय है। उन्होंने कहा कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र में निर्माण व आपूर्ति के मामले में पारदर्शिता लाने के लिए नीतियों में बदलाव किया है। डीपीपी-2016 द्वारा नई खरीद नीति में शामिल नवीनतम श्रेणी स्वदेशी परिकल्पना, विकास व निर्माण (आईडीडीएम) के प्रावधानों से से खरीद के क्षेत्र तेजी आएगी। इस तरह के प्रावधानों ने भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में लघु व मध्यम श्रेणी के उद्योगों के योगदान को सराहा और कहा कि कई नवीन विचार इस क्षेत्र से मिले। उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा को 49 प्रतिशत तक रखा गया है, इससे अधिक विदेशी निवेश के लिए मामला दर मामला के आधार पर विचार किया जाएगा।
इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री श्री लक्ष्मी पारेस्कर ने दुनियाभर से आये प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि गोवा देश में औद्योगिक रूप से विकसित राज्य है और सरकार द्वारा राज्य के भीरत व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई सारे कदम उठाए गए हैं। निवेश प्रोत्साहन बोर्ड जिसमें नए उद्योग स्थापित करने के लिए हर तरह के चालान के लिए एकल खिड़की का प्रावधान किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदर्शनी से राज्य की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।
रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने इस मौके पर कहा कि पिछले 70 सालों में भारत ने सुदृढ़ औद्योगिक आधार तैयार किया है और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के जरिये सरकार का लक्ष्य रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में कुल आयातक से कुल निर्यातक बनने की है।
उद्घाटन सत्र में मुख्य युद्धटैंक अर्जुन एमके I व II, विभिन्न तरह के भारी सेतु उपकरण, व्हील्ड आर्म्ड व्हीकल, सारंग एयरोबोटिक टीम व नेवल एलसीए ने सैन्य उपकरणों का जीवंत प्रदर्शन किया।
इस समारोह में केंद्रीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु, केंद्रीय राज्यमंत्री आयुष श्री श्रीपद नाइक, दक्षिणी गोवा के सांसद श्री नरेंद्र केशव सावइकर, रक्षा स्टाफ के प्रमुख जनरल दलबीर सिंह, नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आरके धवन, रक्षा सचिव श्री जी. मोहन कुमार, सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री एके गुप्ता व तीनों सेनाओं तथा रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी साथ ही साथ गोवा सरकार के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस वर्ष विभिन्न महाद्वीपों के 47 देश इस प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं जबकि पिछली बार डेफएक्सपो 2014 में 30 देशों ने हिस्सा लिया था। डेफएक्सपो 2014 में 624 कंपनियों के मुकाबले इस बार देशी व विदेशी दोनों तरह की 1000 कंपनियां भाग ले रही हैं।
प्रदर्शनी के साथ ही आयोजित हो रहे सेमिनारों में रक्षा क्षेत्र में विकास व अवसरों को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। 29 व 30 मार्च को हो रहे सेमिनारों का विषय है वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला, नौपोत निर्माण तकनीक में विकास, रक्षा क्षेत्र के लिए मेक इन इंडिया, भारत-कोरिया रक्षा सहयोग, भारतीय सेना का आधुनिकीकरण कार्यक्रम है।
31 मार्च 2016 से इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा जिसमें बाकी दिनों में पंजीकरण के बाद लोग यहां भ्रमण कर सकते हैं। इच्छुक लोग भ्रमण करने के लिए इसकी वेबसाइट www.defexpoindia.in पर पंजीकरण करा सकते हैं।