भारतीय नौसेना के 16 अधिकारियों और तटरक्षक बल के तीन अधिकारियों ने पर्यवेक्षक के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उन्हें 05 अगस्त को कोच्चि में आईएनएस गरुड़ पर आयोजित एक समारोह में विंग्स से सम्मानित किया गया। दो अधिकारियों ने क्वालिफाइड नेविगेशन इंस्ट्रक्टर (क्यूएनआई) के रूप में स्नातक का पाठ्यक्रम पूर्ण किया और उन्हें निर्देशात्मक मशालों की उपाधि प्रदान की गई।
भारतीय नौसेना अकादमी के डिप्टी कमांडेंट रियर एडमिरल एएन प्रमोद इस समारोह के मुख्य अतिथि थे और उन्होंने पास हुए क्यूएनआई की दक्षता प्राप्त करने वाले अधिकारियों को ‘इंस्ट्रक्टर बैज’ और पासिंग आउट अधिकारियों को प्रतिष्ठित ‘गोल्डन विंग्स’ से सम्मानित किया।
10वें क्यूएनआई पाठ्यक्रम में हिस्सा ले रहे अधिकारियों को धरातलीय निर्देशात्मक तकनीकों के साथ-साथ उड़ान के दौरान की निर्देशात्मक तकनीकों में प्रशिक्षित किया गया। साथ ही उन्हें रणनीति और सेंसर का व्यापक पैमाने पर उपयोग करने के लिए विस्तृत ढंग से प्रशिक्षित किया गया था। 93वें नियमित पाठ्यक्रम और 24वें एसएससी पर्यवेक्षक पाठ्यक्रम के अधिकारियों को हवाई नेविगेशन, उड़ान प्रक्रियाओं, हवाई युद्ध में नियोजित रणनीति, पनडुब्बी रोधी युद्ध और हवाई प्रणालियों के वृहद उपयोग के संबंध में प्रशिक्षित किया गया। ये अधिकारी भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के ऑन-बोर्ड समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी युद्धक विमानों में सेवा देंगे।
93वें नियमित पर्यवेक्षक पाठ्यक्रम के असिस्टेंट कमांडेंट गोपी कृष्णन को ‘समग्र योग्यता क्रम में प्रथम’ आने पर उत्तर प्रदेश ट्रॉफी प्रदान की गई और ‘उड़ान में सर्वश्रेष्ठ’ घोषित किए जाने पर फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी नौसेना कमान ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। जमीनी विषयों में सर्वश्रेष्ठ घोषित किए गए लेफ्टिनेंट दीपांशु त्रिपाठी को सब-लेफ्टिनेंट आरवी कुंटे मेमोरियल बुक उपाधि प्रदान की गई।
24वें एसएससी पर्यवेक्षक पाठ्यक्रम के सब लेफ्टिनेंट शुभम सिंह को ‘बेस्ट इन ओवरऑल ऑर्डर ऑफ मेरिट’ के लिए बुक प्राइज प्रदान किया गया।