युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय गुजरात सहित देश में खेलों के विकास के लिए निम्नलिखित योजनाओं को कार्यान्वित करता है :
(i) खेलो इंडिया योजना (ii) राष्ट्रीय खेल परिसंघों को सहायता (iii) अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्द्धाओं के विजेताओं और उनके कोचों को विशेष पुरस्कार (iv) राष्ट्रीय खेल पुरस्कार (v) मेधावी खिलाड़ियों को पेंशन (vi) पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय खेल कल्याण कोष (vii) राष्ट्रीय खेल विकास निधि, और (viii) भारतीय खेल प्राधिकरण के माध्यम से खेल प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन
उपरोक्त योजनाओं के विवरण मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की वेबसाइटों पर पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय में धनराशि को योजना-वार आवंटित और जारी की जाती है, न कि राज्य-वार। पिछले तीन वर्षों के दौरान मंत्रालय की विभिन्न खेल विकास योजनाओं के तहत 4694.92 करोड़ रुपये आवंटित और 4590.89 करोड़ रुपये जारी किए गए।
खेलो इंडिया योजना के तहत गुजरात में 16 खेल अकादमियों को मान्यता दी गई है। इनमें 38 खेलो इंडिया खिलाड़ियों को खेल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण गांधीनगर में एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र का संचालन कर रहा है, जहां 175 खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वहीं, कुल 74 खेलो इंडिया खिलाड़ियों (34 पुरुष और 40 महिला) का चयन किया गया है और उन्हें गुजरात में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
यह जानकारी युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।