देहरादून: न्यू कैंट रोड़ स्थित सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड स्थापना की 16 वीं वर्षगांठ पर विकास पुस्तिका ‘‘बढ़ रहा है उत्तराखण्डः जन-जन के संग’’ का विमोचन किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड की नौ महान विभूतियों को उत्तराखण्ड रत्न से सम्मानित किया गया। इनमें स्व0 वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, स्व0 श्रीदेव सुमन, स्व0 इंद्रमणि बड़ोनी, स्व0 जयानंद भारती, स्व0 श्रीमती गौरादेवी, स्व0 बद्रीदत्त पाण्डे को मरणोपरांत जबकि श्री नारायण दत्त तिवारी, माता श्री मंगला जी व महंत स्वामी घनश्याम गिरी को भी उत्तराखण्ड रत्न से सम्मानित किया गया।
प्रदेश की महान विभूतियों को उत्तराखण्ड रत्न से सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इन महान विभूतियों का संघर्ष इतिहास में दर्ज है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इनके योगदान को याद करते हुए कहा कि इनके व्यक्तित्व व सजीवन मूल्यों के लिए किए गए संघर्ष से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उत्तराखण्ड रत्न पुरस्कार अपनी महान विभूतियों को विनम्रतापूर्वक नमन करने का प्रयास है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्यवासियों के परिश्रम व कार्यक्षमता से ही आज उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। राज्य निर्माण के लिए सभी प्रदेशवासियों ने संघर्ष किया। ऐसे बहुत सारे भाई बहिन हैं, जिन्हें हम उचित सम्मान नहीं दे पाए परंतु हमें यकीन है कि उत्तराखण्ड को प्रगति के पथ पर जाते देखकर उन्हे संतुष्टि का भाव आता होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बिना जनसहभागिता के परिवर्तन नहीं आ सकता है। बड़ी खुशी की बात है कि बहुत से लोग व्यक्तिगत स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों मे जुटे हैं। यही बदलते उत्तराखण्ड का चेहरा है। कृषि, उद्यान, एमएसएमई, पर्यटन आदि क्षेत्रों में बहुत कुछ किया जा सकता है। अपने अस्तित्व के लिए हमें सभी सम्भावानाओं का उपयोग करना होगा। हमने 50 हजार युवाओं को सरकारी काम से जोड़ा है। वन विभाग जैसे विभाग भी आज हमारे विकास में पार्टनर हैं। जल संवर्धन में उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। आने वाले वर्षों में जंगलों का वही रूप दिखाई देगा जो कि हमारे पूर्वजों के समय था।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमने शुरूआत करते हुए रोड़मैप बना दिया है। हम विभिन्न परम्परागत उपजों, दूध, पानी पेड़ लगाने पर बोनस दे रहे हैं। इस वर्ष मंडुवा व रामदाना की फसल में 5 से 10 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। हमने गन्ना किसानों को बकाया भुगतान किया गया है। गन्ने की रिकवरी 10 प्रतिशत तक हो गई है। आने वाले समय में किसानों के पास आधार कार्ड के साथ ही मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, सॉयल हेल्थ कार्ड भी होगा। हमें शिल्पकारों को अपने साथ लेना होगा। आज हमारा प्रदेश खुले में शौच से मुक्ति अभियान में अग्रणी राज्यों में है। हमारे तीन जिले ओडीएफ हो चुके हैं। हम प्रयास कर रहे हैं कि हमारे नगरीय क्षेत्र व यात्रा मार्ग भी ओडीएफ हो सकें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि विकास के लिए हम सभी को सकारातमक मानसिकता के साथ मिलकर जुटना होगा। यदि वर्ष 2013 की आपदा के बाद निराश होकर बैठ जाते तो आज रिकार्ड संख्या में 15 लाख श्रद्धालु नहीं आते। हमें बिखरी हुई चीजों को जोड़ना होगा। संस्कृति, खेती, पर्यटन, प्रकृति के समावेश से विकास करना होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत ने खेल विभाग की ओर से गुरूमित सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरूस्कार(रूपए 5 लाख), सुरेन्द्र सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड द्रौणाचार्य पुरूस्कार (रूपए 3 लाख), राजेन्द्र सिंह रावत को लाईफटाईम एचीवमैंट पुरूस्कार (रूपए 5 लाख) से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत ने लोक गायिका कबूतरी देवी जी को लोक संस्कृति लाईफटाईम एचीवमैंट पुरूस्कार से सम्मानित किया। इसके साथ ही संस्कृति के क्षेत्र में ही गोपाल बाबू गोस्वामी स्मृति सम्मान से नरेन्द्र सिंह नेगी को, मोहन उप्रेति स्मृति सम्मान से स्वर्गीय चन्द्र सिंह राही को, बृज मोहन शाह स्मृति सम्मान से उर्वशी रोतेला व पार्थ मेहता को, केशव दास अनुरागी स्मृति सम्मान से ढोलवादक उत्तम दास को, मोहन सिंह रीठा गाड़ी स्मृति सम्मान से जनकवि स्वर्गीय गिरीश तिवारी ‘गिर्दा‘ को, रतन सिंह जौनसारी स्मृति सम्मान से नन्दलाल भारती को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने देहरादून जिले के 21 राज्य आंदोलकारियों को 2 माह की पेंशन रूपए 6200 के चैक भेंट किये। मुख्यमंत्री ने नगर निगम देहरादून में निवासरत 35 परिवारों के मुखियाओं को मलिन बस्ती नियमतिकरण पट्टे भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने उद्योग विभाग के अर्न्तगर्त एम0एस0एम0ई0 पुरूस्कार से डा0 एस0फारूक, पंकज गुप्ता, रमेश चन्द्र बिन्जोला व रमेश पहाड़ी को सम्मानित किया। इसी प्रकार 14 शिल्पियों को वर्ष 2016 का उत्तराखण्ड राज्य शिल्प रत्न पुरूस्कार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में प्रत्येक जनपद से तीन-तीन व्यक्तियों को कृषि पंडित पुरूस्कार व तीन-तीन व्यक्तियों को उद्यान पंडित पुरूस्कार से नवाजा गया। इसी प्रकार उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायत के प्रधानों को ग्राम श्री पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। साहसिक खेल में सराहनीय योगदान के लिए लबरेज सिंह धर्मसक्तु, योग के माध्यम से ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चन्द्र मोहन सिंह भण्डारी, केदारघाटी में वर्ष 2013 की आपदा के बाद शिक्षा में योगदान के लिए डा0 जैक्सलिन व केदारनाथ देवी आपदा में राहत एवं बचाव कार्यो में सराहनीय योगदान के लिए लांस नायक धर्मेन्द्र सिंह को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर खुले में शौच से पूर्ण मुक्ति पर सहसपुर ब्लाक के जनप्रतिनिधियों व सम्बंधित अधिकारियों को सम्मानित किया गया। जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता नमित रमोला, व पेयजल निगम के अधिशासी अभियन्ता संजय सिंह को सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, विधायक राजकुमार, हेमेश खर्कवाल, सुन्दर लाल मन्द्रवाल, गणेश गोदियाल के साथ ही नरेंन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा, अशोक वर्मा, अनिल गुप्ता, सूर्यकांत धस्माना, नारायण सिंह राणा, विवेकानन्द खण्डूरी, कुंवर सिंह नेगी, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव डा0 रणवीर सिंह, सचिव विनोद शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अपर निदेशक सूचना डॉ.अनिल चन्दोला ने किया।