हल्द्वानी: देश की आन-बान और शान के प्रतीक है हमारे सैनिक। विषम परिस्थितियों में देश की सीमाओं पर सजग प्रहरी के रूप में देश की रक्षा करने वाले सभी महान सैनिकों पर हम सभी को गर्व है। हम उन शहीदों को भी श्रद्धासुमन अर्पित करते है, जिन्होने देश की सुरक्षा मे अपनी शहादत दी और देश के खातिर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया। यह विचार मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हल्द्वानी में विधायक श्री गणेश जोशी तथा उत्तराखण्ड सरकार की ओर से आयोजित वीरता सम्मान समारोह के दौरान व्यक्त किये। वीरता सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कुमाऊं मण्डल के 182 वीरता पदक पाने वाले सैन्य अधिकारियों, शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं एवं सेना के जवानों को प्रतीक चिन्ह् एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं एक सैनिक का बेटा हूं। मैं और मेरी सरकार हमेशा सैनिकों के कल्याण के लिए तत्पर है। सैनिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि विधायको के सहयोग से हर विकास खण्ड मुख्यालय में सैनिक विश्राम गृह बनाये जायेंगे। उन्होंने हल्द्वानी में कुमाऊं मण्डल के सैनिक परिवारो के बच्चो के लिए हाॅस्टल बनाने, बिन्दुखत्ता में शहीद स्मारक के पास रिक्त भूमि पर सैनिक जन-मिलन केन्द्र बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने राजकीय आदर्श इन्टर कालेज पतलोट का नाम शहीद बहादुर सिंह मटियाली के नाम पर रखे जाने की घोषणा करते हुये जिलाधिकारी श्री दीपेन्द्र कुमार चैधरी को निर्देश दिये कि पतलोट के विद्यालय में शहीद बहादुर सिंह मटियाली के नाम का पट स्थापित करायें। उन्होंने बेतालघाट राजकीय इन्टर काॅलेज का नाम शहीद खेम चन्द्र डाॅर्बी के नाम रखे जाने की भी घोषणा की। उन्होंने सैनिकों की विभिन्न समस्याओ के निदान हेतु प्रत्येक जनपद मे नोडल अधिकारी की तैनाती के साथ ही सैनिकों को गृहकर सरलीकरण का भी भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि कुमाऊं रेजीमेंट, रानीखेत के सैनिकों के लिए कोसी-भुजान पेयजल योजना का सर्वे करने के निर्देश पेयजल निगम व जलसंस्थान के अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही इसका प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये, ताकि जल्द ही धनराशि की व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि उपनल के माध्यम से भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को सरकारी विभागो मे सेवायोजित किया जा रहा है। सरकार द्वारा सैनिकों एवं उनके आश्रितों को कम्प्यूटर कोर्स के साथ ही कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सैनिको के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 2 करोड 70 लाख का शहीद कल्याण कोष भी बनाया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा वन रैक वन पेंशन लागू की गई है जिस पर 12 हजार करोड की धनराशि रखी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार से हमारी खुली जंग है और हम भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कटिबद्ध है। एनएच 74 भूमि घोटाले मे अब तक 18 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है, जो कि सलाखो के पीछे है, साथ ही शिक्षा विभाग के 20 फर्जी अभिलेखो से नौकरी पाने वाले अध्यापको को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा खाद्यान्न घोटाला करने वालो पर भी त्वरित कार्यवाही की गई है। राज्य में सडकों हेतु अभी तक लोनिवि को 720 करोड रूपये अवमुक्त किये जा चुके है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ट्रांसफर एक्ट लाया गया है। इस एक्ट को जल्द ही प्रभावी कर दिया जायेगा। दुर्गम क्षेत्रों में अधिकारियों, कर्मचारी, चिकित्सक एवं अध्यापक की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रदेश का समग्र विकास करना है। उन्होंने कहा कि कार्य हमारी संस्कृति है और हम धरातल पर कार्य करके दिखाते है कोरी घोषणायें करना हमारी आदत नही है। जनता का विश्वास जनप्रतिनिधियों पर बना रहना चाहिए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ले.जनरल बी.एस.सहरावत, विधायक श्री बंशीधर भगत, श्री दीवान सिह बिष्ट, श्री नवीन दुम्का, श्री संजीव आर्य, श्री पुष्कर सिंह धामी, श्री प्रेम सिंह राणा, मेयर डाॅ.जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रमेश चन्द्र भट्ट, मुख्यमंत्री के विशेषकार्याधिकारी श्री धीरेन्द्र सिंह पंवार, बडी संख्या में पूर्व सैनिक सहित अन्य गणमान्य लोग, क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।