राज्य सरकार ने गन्ना किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए संवेदनशील है और गन्ना चीनी मिलों तक आसानी से पहुंच सके इसके लिए खराब व जर्जर सड़कों को गड्ढामुक्त बनाये जाने का अभियान पूरी तेजी से प्रदेश में चलाया जा रहा है। इससे जहां एक ओर समय से गन्ना चीनी मिलों तक पहुंचाने में मदद मिल रही है, वहीं दूसरी ओर परिवहन पर आने वाली लागत भी घट रही है।
यह जानकारी श्री संजय भूसरेड्डी, आयुक्त, गन्ना एवं चीनी ने आज यहां दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सडकों को गड्ढामुक्त बनाये जाने हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत गन्ना विकास विभाग द्वारा अन्र्तग्रामीण सडकों को गड्ढामुक्त कराने का अभियान चलाया गया है। इस अभियान के अन्तर्गत मेरठ जनपद की गन्ना विकास परिषद, मवाना के क्षेत्रान्तर्गत झड़ाका से लतीफपुर सड़क, जिसकी लम्बाई 1.4 किलोमीटर है, वर्ष 2010-11 में बनायी गयी थी। इस सडक का हाल अत्यन्त खराब होने के कारण कृषकों को गन्ना ढुलाई में काफी कठिनाई होती थी। इस समस्या को देखते हुए सड़क का सतह के नवीनीकरण कराकर कृषकों एवं जन सामान्य की आवागमन सुविधा को सुगम बनाया गया है। इस सड़क के गढडामुक्त होने एवं सतह के नवीनीकरण से गन्ना किसानों को गन्ना ढुलाई में काफी सहूलियत मिलेगी।
आयुक्त ने बताया कि इन ग्रामों के लगभग 800 गन्ना कृषकों को इस सीधा लाभ मिलेगा। इन किसानों प्रतिवर्ष चीनी मिल को लगभग 2.25 लाख कुन्तल गन्ने की आपूर्ति की जाती है। सड़क के सतह नवीनीकरण से कृषकों को गन्ना ढुलाई मद में लगभग 04 लाख रुपये की बचत होगी, जिससे उनकी आय में लगभग 2.75 प्रतिशत की वृद्धि होगी। साथ ही चीनी मिल को ताजा गन्ना मिलने से 2.25 लाख कुन्तल गन्ने की मात्रा पर चीनी परता में भी लगभग 0.2 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इससे चीनी मिल को लगभग 450 बोरे अतिरिक्त चीनी भी प्राप्त होगी।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि इस सड़क के नवीनकरण से गन्ना आपूर्ति में सुविधा होने पर किसानों को वाहनों में होने वाली अत्यधिक टूट-फूट से भी निजात मिलेगी और वाहनों के रख-रखाव व्यय में भी कमी आयेगी। गन्ना कटाई एवं चीनी मिल को आपूर्ति करने में समय का अन्तराल कम होगा जिससे किसानों का गन्ना नहीं सूखेगा और चीनी मिलों को ताजा गन्ना पेराई हेतु प्राप्त होगा।