नई दिल्ली: भारत सरकार के सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन के तहत 2022 तक 100 गीगावॉट (जीडब्ल्यू) सौर ऊर्जा के लक्ष्य के अनुरूप 28 मई ,2020 को विशाखापट्टनम में आईएनएस कलिंगा में 2 मेगा वाट सौर फोटोवोल्टिक संयंत्र को शामिल करते हुए वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, फ्लैग ऑफिसर, कमांडिंग-इन-चीफ, ईएनसी ने उद्घाटन किया।
यह संयंत्र ईएनसी में सबसे बड़ा है और इसकी अनुमानित सक्रियता अवधि 25 साल है। लॉकडाउन के बावजूद एपीईपीडीसीएल सहित सभी संबंधित एजेंसियों ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए जारी किए गए सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए एक आकस्मिक योजना बनाई और काम को पूरा किया।
इस मौके पर वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन ने कहा कि इस संयंत्र को शुरू करना पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल उपायों के प्रति पूर्वी नौसेना कमान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आईएनएस कलिंगा 1980 की शुरुआत में अपनी गठन के बाद से हरियाली के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
इनमें वन रोपण, कई पौधारोपण अभियान, तटीय क्षेत्रों का सफाई अभियान, भौगोलिक हिरासत वाली जगह ‘एरा मैटी डिब्बालू’ की सुरक्षा जैसे कई काम शामिल है। आईएनएस कलिंगा के प्रमुख वर्तमान में कमांडर राजेश देबनाथ हैं।