देहरादून: बीजापुर हाऊस में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड के 200 मदरसों को मान्यता मिलने पर मदरसों के प्रबन्धकों को प्रमाण पत्र वितरित किये। इस अवसर पर मदरसा बोर्ड के सदस्यों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने मदरसा बोर्ड के गठन के बाद तेजी से कार्य करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मदरसों की शिक्षा के साथ साथ इसमें हुनर के काम को भी जोड़ा जाना चाहिए। तालीम में रोजी-रोटी जुड़ेगी तो भविष्य को जोड़कर भविष्य सुधारा जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में उर्दू के अध्यापकों की भर्ती हेतु अधियाचन भेजे जा चुके हैं। शीघ्र ही इन पदों को भर दिया जाएगा। शिल्प के क्षेत्र में कुछ राज्य बेहतर कर रहे हैं। राज्य सरकार राज्य के शिल्प को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि हम सब की समस्याएं समान हैं, इन समस्याओं का कैसे समाधान किया जा सकता है, हमें इस पर फोकस करना चाहिए।
इस अवसर पर शहर काजी मोहम्मद अहमद, मदरसा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष मौलाना जाहिद रिजवी, मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष आर.ए. खान, राव शेर मुहम्मद, हैदर जैदी एवं मुख्यमंत्री के विशेषकार्याधिकारी मोहम्मद कासिम उपस्थित थे।