लखनऊ: ‘पुलिस सप्ताह’ उ0प्र0 पुलिस की एक अनोखी प्रथा है, जिसकी शुरूआत 1912 में हुई। प्रारम्भ में यह केवल ब्रिटिश अधिकारियों के लिये ही होती थी। इसकी शुरूआत वार्षिक रैतिक पुलिस परेड से होती थी और यह प्रदेश के सभी रैंक के पुलिसजनों के लिये एक ऐसा मंच होता था जिस पर वे विभाग की बेहतरी के लिये योजनाएं बना सकते थे एवं उन पर विचार-विमर्श कर सकते थे। सन् 1912 से 1948 तक यह पुलिस सप्ताह मुरादाबाद में मनाया जाता रहा। सन् 1949 से यह समारोह लखनऊ में मनाया जाता है।
वर्तमान स्वरूप में इस परम्परा की शुरूआत सन् 1952 में हुई थी जब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने उ0प्र0 पुलिस एवं पी0ए0सी0 को निशान पताकायें प्रदान कीं थीं ।
आज दिनंाक 09-12-2016 को पुलिस लाइन्स लखनऊ में पुलिस सप्ताह-2016 के अन्तर्गत भव्य रैतिक पुलिस परेड का आयोजन किया गया ।
परेड के प्रथम कमाण्डर श्रीमती मंजिल सैनी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, लखनऊ तथा सेकेण्ड इन कमाण्ड श्री विनोद कुमार सिह, सेनानायक द्वितीय वाहिनी पीएसी सीतापुर तथा परेड एड्जूटेण्ड डा0 धर्मेन्द्र यादव पुलिस उपाधीक्षक बुलन्दशहर रहे। परेड में छठीं वाहिनी पीएसी की आरएएफ, एटीएस की कमाण्डो, 10वीं वाहिनी पीएसी, 32वीं वाहिनी पीएसी, 35वीं वाहिनी पीएसी, 37वीं वाहिनी पीएसी का एक-एक दल, महिला पुलिस, यातायात पुलिस, अश्वारोही दल, फायर सर्विस एवं पुलिस दूर संचार की टुकड़ियाॅ सम्म्मिलित रहीं ।
परेड का मान प्रणाम महामहिम श्री राज्यपाल, उ0प्र0 द्वारा ग्रहण किया गया। इसके उपरांत पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 श्री जावीद अहमद द्वारा परेड समारोह में उपस्थित मा0 मंत्री, प्रमुख सचिव, अधिकारियों/कर्मचारियांे का आभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि परेड के अवसर पर अपराधों की रोकथाम के लिये खूंखार अपराधियों से विभिन्न मुठभेड़ों में जो पुलिसजन अपनी जान की परवाह न करते हुए अदम्य साहस एवं शौर्य का प्रदर्शन करते हैं, उन्हें वीरता के लिये पुलिस पदक प्रदान किया जाता है ।
मा0 श्री राज्यपाल द्वारा 1-श्री विजय सिंह मीना, पुलिस महानिरीक्षक बरेली जोन, बरेली, 2-श्री जोगेन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बरेली, 3-श्री बिन्द कुमार, निरीक्षक ना0पु0 गाजीपुर, 4-श्री शशिभूषण राय, निरीक्षक ना0पु0 जौनपुर, 5-श्री अशोक कुमार सिंह, हे0कां0 स0पु0 वाणिज्यकर विभाग गोरखपुर, 6-श्री राहुल श्रीवास्तव अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/जनसम्पर्क अधिकारी पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0, 7-श्री वशिष्ठ सिंह यादव सेवानिवृत्त निरीक्षक नि0 66/2 स्टेनली रोड थाना कर्नलगंज इलाहाबाद व 8-श्री एस0के0एस0 प्रताप पुलिस उपाधीक्षक मुजफ्फरनगर को अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों की गिरफ्तारी में अदम्य साहस एवं शौर्य का प्रदर्शन करने के लिये राष्ट्रपति का ‘वीरता के लिये पुलिस पदक’ तथा एवं 1-श्री विजय कुमार मौर्या, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण उ0प्र0, 2-श्री संजय सिंघल, पुलिस महानिदेशक के सहायक, उ0प्र0, 3- श्री विनोद कुमार यादव, सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक नि0 29ए दाउदपुर काली मन्दिर के पीछे थाना कैण्ट गोरखपुर एवं 4-श्री हरिओम शर्मा एसआईएम आगरा परिक्षेत्र को दीर्घ एवं उत्कृष्ट सेवा करने हेतु विशिष्ट सेवाओं के लिये ‘विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ से अलंकृत किया गया।
राज्यपाल ने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश में विधान सभा के चुनाव होने हैं। शांतिपूर्ण मतदान में पुलिस की विशिष्ट भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा नयी चुनौतियों का सामना करने के लिये आवश्यक आधुनिक उपकरणों एवं तकनीक के उपयोग किये जाने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग से संचालित की जा रही कई सरकारी योजनाओं की सराहना करते हुये कहा कि मीडिया पुलिस के अच्छे कार्यों को निष्पक्ष भाव से प्रस्तुत करें। राज्यपाल ने कहा कि समाज में शांति व्यवस्था बनाये रखने का दायित्व पुलिस पर है। पुलिस की बेहतर छवि का लाभ समाज को होगा। पुलिस के कार्य में जनता का सहयोग जरूरी है। जनता और पुलिस के बीच सम्पर्क बना रहना चाहियेए इससे पुलिस की छवि बेहतर बनेगी और पुलिस को मन से अपना मित्र और संरक्षक समझेंगे। थानों में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि आम आदमी को पुलिस तक अपना दर्द लेकर पहुँचने में कोई भय या कठिनाई न हो। महिलाओं से जुडे़ अपराधों की रोकथाम पर अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील होकर कार्य करें। फरियादी को यह विश्वास दिलायें कि उसके दर्द को सुनकर निष्पक्षता से कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सम्प्रदायिक तत्वोंए संगठितअपराधियों और माफिया तंत्र पर पुलिस दृढ़ संकल्प के साथ अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सक्रिय रहे। श्री नाईक ने कहा कि पुलिस का काम निःसंदेह अधिक जटिल और जोखिम भरा होता है। उत्तर प्रदेश जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। विश्व में चीनए ब्राजील, इण्डोनेशिया और अमेरिका के बाद जनसंख्या केआधार पर उत्तर प्रदेश पांचवे स्थान पर है। प्रदेश में नगरीय एवं ग्रामीण अंचलों के नागरिकों को जनसुरक्षा सेवायें प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कानून एवं व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाने के दृष्टिगत प्रदेश में फुट पेट्रोलिंग अभियान की व्यवस्था पर सुझाव दिया कि इसका निरंतर अध्ययन एवं अनुश्रवण किया जाना चाहिए।
इस परेड में समस्त जिलों के पुलिस अधीक्षक एवं जोनल पुलिस महानिरीक्षक बुलाये गये थे जिससे अधिकारियांे में उत्साह का संचार रहा ।
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