नई दिल्लीः राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की फीचर, गैर-फीचर, लेखन श्रेणियों के निर्णायक मंडलों के अध्यक्षों और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार समिति के सदस्यों ने आज यहां विभिन्न श्रेणियों में वर्ष 2017 के लिए 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की। फीचर फिल्मों के पैनल की अध्यक्षता हिन्दी तथा अंतर्राष्ट्रीय सिने जगत में अपने बेहतरीन काम के लिए पहचाने जाने वाले जाने-माने फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने की। गैर-फीचर फिल्म पैनल की अध्यक्षता श्री नकुल कामते और सर्वश्रेष्ठ सिनेमा लेखन पैनल की अध्यक्षता श्री अनंत विजय ने की। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 3 मई, 2018 को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द द्वारा प्रदान किए जाएंगे। 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के निर्णायक मंडलों ने अपनी रिपोर्ट सूचना और प्रसारण मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी को 12.04.2018 को सौंप दी थी।
जाने-माने फिल्म अभिनेता श्री विनोद खन्ना को हिन्दी सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जा रहा है। उन्हें यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया रहा है। विभिन्न श्रेणियों में इस साल का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने वालों में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार असमियां फिल्म ‘रॉक स्टार्स’ को मिला है। बेहतरीन लोकप्रिय मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार ‘बाहुबली 2’ को दिया गया है। पम्पली द्वारा निर्देशित जसारी भाषा की फिल्म ‘सिंजर’ को किसी निर्देशक द्वारा पहली बार निर्देशित की गई सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार से नवाजा गया है। राष्ट्रीय एकता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए मराठी फिल्म ‘धप्पा’ को नर्गिस दत्त पुरस्कार दिया गया है। फीचर फिल्मों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार फिल्म ‘भयंकम’ के लिए जयराज को दिया गया है, जबकि गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में बेहतरीन निर्देशन का पुरस्कार नागराज मंजूले ने जीता है। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार फिल्म नगरकिर्तन के लिए रिद्धि सेन को दिया गया है, जबकि सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार फिल्म मॉम के लिए दिवंगत अभिनेती श्रीदेवी को दिया गया है।
बीसी अभिलाश निर्देशित मलयालम फिल्म ‘आलोरूक्कम’ ने सामाजिक विषयों पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता है। गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में पिया शा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘वॉटर बेबी’ को किसी निर्देशक द्वारा पहली बार निर्देशित सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है। फीचर फिल्मों की श्रेणी में संविधान की 8वीं सूची में दर्ज भाषाओं से अलग दूसरी भाषाओं की फिल्मों को भी पुरस्कार दिए गए। इस श्रेणी में सिंजर को जसरी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म तथा ‘पद्दाई’ को तुलुव भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म और ‘वॉकिंग विथ द विंड’ को लद्दाकी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित किया गया है। सर्वश्रेष्ठ सिनेमा आलोचक का पुरस्कार श्री ‘गिरिधर झा’ को हिन्दी सिनेमा पर मूल लेखन के लिए प्रदान किया गया है। स्पेशल मेंशन अवॉर्ड सुनील मिश्रा को सिनेमा पर उनके लेखों के लिए दिया गया है। बेस्ट बुक ऑन सिनेमा का पुरस्कार बॉबी वाहेंगबाम द्वारा लिखी गई फिल्म ‘मतमागी मणिपुर’ को मिला है। मणिपुरी भाषा में बनी यह पहली फीचर फिल्म है।
फीचर फिल्म की श्रेणी में स्पेशन ज्यूरी का पुरस्कार कौशिक गांगुली द्वारा निर्देशित नगरकिर्तन को दिया गया है। इस फिल्म के निर्माता सनी घोसेरे हैं। गैर-फीचर फिल्म के श्रेणी में स्पेशल फिल्म का पुरस्कार फिल्म डिविजन द्वारा निर्मित और प्रतीक वत्स द्वारा निर्देशित फिल्म ‘ए वेरी ओल्ड मेन विद इनॉर्मस विंग्स एंड मन्डे’ को दिया गया है। बच्चों पर बनी बेहतरीन फिल्म का पुरस्कार अमर भारत देओकर द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म ‘मोहरक्या‘ को मिला है। फिल्म ‘कातरू वेलीइदई’ के लिए ए आर रहमान को बेहतरीन संगीत निर्देशन का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है।