देहरादून: देश के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, पंजाब नेशनल बैंक ने अपने शेयरधारकों की वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) की बैठक आयोजित की। कोविड 19 की स्थिति को देखते हुए बैंक ने सेबी व कारपोरेट अफेयर्स मंत्रालय (एमसीए) के निर्देशों के अनुपालन में अपनी एजीएम वीडियो कांफ्रेंस के जरिए की जहां शेयरधारकों की भौतिक उपस्थिति नहीं रही।
बैंक की 20 वीं एजीएम के मौके पर शेयरधारकों को संबोधित करते हुए पीएनबी के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री सीएच एस एस मल्लिकार्जुना ऱाव ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान बैंक के प्रदर्शन और उठाए गए कदमों को रेखांकित करते हुए जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद बैंक ने ओरियंटल बैंक आफ कामर्स और यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक में सफलता पूर्वक संविलयन किया।
अभूतपूर्व परिस्थितियों के बाद भी अपने मजबूत वैलेंस शीट, ताकतवर सांगठनिक ढांचे, सतत मुनाफे और टिकाउ पूंजी की स्थिति के चलते बैंक विकास के पथ पर अग्रसर रहा है। बैंक ने रिकार्ड समय में तीनों बैंकों के कारोबार, मानव संसाधन और सूचना प्रौद्योगिकी का एकीकरण करने में सफलता पायी है।
इन बैंकों के विलय के चलते क्षमता, प्रदर्शन एवं पहुंच का विस्तार होने के साथ ही बड़ी भौगोलिक पहुंच और विशाल ग्राहकों का आधार बना है। इसके अलावा सांगठनिक ढांचे की पुनर्संरचना ने कई वाणिज्यिक क्षेत्रों में खास ध्यान के साथ कारोबार में वृद्धि का आधार तैयार कर दिया है।
सीधे तौर पर ग्राहक केंद्रित व डिजिटल क्रेडिट डिलीवरी के माडल ने न केवल क्रेडिट अंडरराइटिंग की दक्षता में बल्कि सकारात्मक बदलाव लाने के समय में भी सुधार किया है। सीएच एस एस मल्लिकार्जुना ऱाव ने आगे कहा कि कुल मिलाकर हमारा प्रयास अपने अंशधारकों के लिए मूल्यवर्धन का रहा है।
इस बैठक में बैंक के कार्यकारी निदेशक गण श्री संजय कुमार, श्री विजय दुबे व श्री स्वरूप कुमार साहा के साथ ही शेयरधारकों की ओर से बैंक के निदेशक मंडल के सदस्य डा. आशा भंडारकर, श्री गौतम गुहा और भारत सरकार के प्रतिनिधि व बैंक के वैधानिक आडीटर्स उपस्थित रहे।