लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की बैठक की। बैठक में उन्होंने बताया कि अपर मुख्य सचिव, अल्पसंख्यक कल्याण श्रीमती मोनिका एस0गर्ग द्वारा गठित टीम उपाय द्वारा आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स की आधारभूत जानकारी हेतु 22 वीडियो तैयार कराये गये है, जो कि बहुत ही वृहद एवं ज्ञानवर्धक है। इन ई-लर्निंग माडयूल की उपयोगिता को देखते हुए उत्तराखण्ड राज्य अकादमी द्वारा राज्य कार्मिकों को प्रशिक्षण दिये जाने वाले प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया गया है।
इसके साथ ही श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पालीटेक्निकों में इन वीडियो लेक्चर्स को आन्तरिक पाठ्यक्रम में शामिल करते हुए क्रेडिट भी प्रदान किये गये हैं। उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद ने सभी विश्वविद्यालयों को सलाह दी हैं कि इस ई-लर्निंग मॉड्यूल को डिजिटल जागरूकता के अनिवार्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन एआई वीडियोज की पहंुच को बढ़ाने तथा सभी को एआई का ज्ञान प्राप्त कराने एवं उनको लाभान्वित करने के उद्देश्य से इन वीडियोज का उर्दू एवं पंजाबी भाषा में अनुवाद किया जाए। इन वीडियोज को उर्दू एवं पंजाबी भाषा मंे अनुवाद कराने हेतु रजिस्ट्रार/निरीक्षक, उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद को निर्देश दिये गये।
अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती मोनिका एस.गर्ग ने कहा कि मंत्री जी से प्राप्त दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेजिलेंस की शिक्षा में निवेश आने वाली पीढ़ियों में किया गया निवेश है और इसमें मदरसों के छात्रों को इस नई तकनीक की जानकारी मिलने से वह नई टेक्नोलॉजी का अध्ययन विश्व स्तरीय कॉलेजों में कर पायेंगे।
बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की निदेशक सुश्री जे0 रीभा तथा उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद की रजिस्ट्रार डा0 प्रियंका अवस्थी उपस्थित थीं।