ऋषिकेश: श्री एस.के. बिस्वास निदेशक (कार्मिक) टीएचडीसीआईएल 05 से 08 सितम्बर, 2017 तक पावर स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड, विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में 23वीं अंतर केन्द्रीय विद्युत क्षेत्र उपक्रमों की चैस प्रतियोगिता का उदघाटन किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड कर रही है। उद्धाटन समारोह के अवसर पर श्री एच.एल. अरोडा, अधिशासी निदेशक(ओ.एम.एस.), श्री आर.के. विश्नोई, अधिशासी निदेशक (डिजाइन), श्री विजय गोयल, महाप्रबन्धक (कार्मिक/कॉरपोरेट संचार), श्री वीर सिंह, उपमहाप्रबन्धक (कार्मिक व प्रशासन) सहित कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारीगण व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
यह प्रतियोगिता टीएचडीसी के आफीसर्स क्लब, ऋषिकेश में 05 से 08 सितम्बर, 2017 तक आयोजित की जा रही है जिसमें विद्युत क्षेत्र की 10 टीमें भाग ले रही हैं। यह टीमें है- विद्युत मंत्रालय (MOP), एनएचपीसी (NHPC),पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL), भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB), नीपको (NEEPCO), पावर फाईनेंस कॉरपोरेशन (PFC), रूरल इलैक्ट्रिीफेकेशन कॉरपोरेशन (REC),केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA), पोस्को (POSOCO),तथा आयोजक टीम-टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL)
आज प्रथम राउंड के खेलों का परिणाम निम्नवत रहा:-
क्र.सं. | टीम | स्कोर | विजयी टीम |
1- | टीएचडीसी v/s रूरल इलैक्ट्रिीफेकेशन कॉरपोरेशन | 3.5-0.5 | टीएचडीसी |
2 | नीपको v/s केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण | 3-1 | नीपको |
3- | भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड v/s पावर ग्रिड | 3-1 | भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड |
4- | पोस्को v/s विद्युत मंत्रालय | 2-2 | ड्रा रहा |
5 | एनएचपीसी v/s पावर फाईनेंस कॉरपोरेशन | 2.5-1.5 | एनएचपीसी |
यह प्रतियोगिता दिल्ली चैस फेडरेशन के प्रतिनिधियों की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का दूसरा राउंड अभी चल रहा है। इससे पूर्व 9:30 बजे टीएचडीसीआईएल के रसमंजरी प्रागंण में निदेशक (कार्मिक) श्री एस.के. बिस्वास ने स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड का ध्वज फहराया तथा प्रतियोगिता के शुभारभं की विधिवत घोषणा की। श्री विजय गोयल, महाप्रबन्धक (कार्मिक/कॉरपोरेट संचार) ने स्वागत सम्बोधन किया तथा टीएचडीसी के टीम कप्तान ने खिलाड़ियों को खेल भावना की शपथ दिलाई।
टिहरी व कोटेश्वर जल विद्युत परियोजनाओं तथा गुजरात के पाटन व द्वारिका में पवन ऊर्जा परियोजनाओं की कमीशनिंग के उपरांत टीएचडीसी की कुल संस्थापित क्षमता 1513 मेगावाट हो गयी है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड देश का प्रमुख विद्युत उत्पादक संस्थान होने के साथ ही एक मिनी-रत्न (कटेग्री-प्रथम) व शेड्यूल ‘ए’ दर्जा प्राप्त संस्थान है।