लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा व प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टंडन ने आज एसजीपीजीआई लखनऊ स्थित नवीन अपेक्स ट्रामा सेन्टर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस अपेक्स ट्राॅमा सेंटर को देश के सर्वश्रेष्ठ ट्रामा सेंटर ‘जयप्रकाश नारायण ट्रामा सेंटर’ एम्स नई दिल्ली के अनुरूप बनाया गया है। वर्तमान में इस ट्रामा सेंटर को 60 बेड से प्रारंभ किया जा रहा है। ट्रामासर्जरी, न्यूरो सर्जरी, क्रिटिकल केयर, आॅर्थोपेडिक्स, गायनोकाॅलोजी एवं रिहैबिलिटेशन सेवाएं रोगियों हेतु 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
श्री टंडन ने कहा कि एम्बुलेंस सेवाएं 24 घंटे होने वाले प्रत्येक प्रकार की खून की जांचें, ब्लड बैंक सुविधा, 64 स्लाइस सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड एवं एक्स रे इत्यादि सेवाएं अपेक्स ट्रामा सेंटर में आने वाले समस्त एक्सीडेंट से ग्रस्त रोगियों के लिए उपलब्ध रहेंगी। अपेक्स ट्रामा सेंटर में अति उत्तम एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त पांच आॅपरेशन थिएटर बनाए गए हैं, जो एक-एक कर कार्यशील हो जाएंगे। इसके अतिरिक्त एक इमरजेंसी आॅपरेशन थिएटर भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अपेक्स ट्रामा सेंटर के समस्त आॅपरेशन थिएटर ओ.पी.एम.आई. पेट्रो माइक्रोस्कोप एवं आईसीजी नामक अत्याधुनिक तकनीकियों से सुसज्जित है, जिससे न्यूरो सर्जिकल एवं ट्रामा रोगियों को उच्चतम उपचार मिलेगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर सरकार का एक विजन होता है। वर्तमान सरकार किसी कार्य को पूर्णता के साथ शुरू करती है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में सड़क दुर्घटनाओं की दर सबसे ज्यादा है, जितनी अधिक मात्रा में वाहन बढ़ रहे हैं, उतनी ही दुर्घटनाएं बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पीजीआई प्रदेश का सबसे गौरवशाली संस्थान है, जिस पर सबसे ज्यादा लोगों को विश्वास है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डा. अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान की एक बान्ड वैल्यू है। किसी वान्ड की वैल्यू भवनों से नहीं बल्कि मानव सेवा तथा तपस्या से होती है। उन्होंने कहा कि पीजीआई से जब एपेक्स ट्रामा सेन्टर जुड़ता है, तो उसकी भी वैल्यू होती है। ट्रामा सेन्टर विकसित हो जायेगा, तो पूरे प्रदेश के मरीजों को लाभ मिलेगा।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे ने कहा कि यद्यपि एपेक्स ट्रामा सेन्टर की शुरूआत 60 वेड से हुई है। भविष्य मंे इसे 200 बेड में तब्दील किया जायेगा। यहां की तकनीक आधुनिक है। उन्होंने कहा कि ट्रामा सेन्टर में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की भर्ती की जायेगी।