नई दिल्ली: भारत एशिया और प्रशांत क्षेत्र में सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का 8वीं 3आर क्षेत्रीय फोरम की मेजबानी करने के लिए तैयार है। भारत सरकार का आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय (MoHUA), जापान सरकार का पर्यावरण मंत्रालय (MOEJ) और संयुक्त राष्ट्र संघीय क्षेत्रीय विकास (यूएनसीआरडी) इसका आयोजन 9-12 अप्रैल 2018 को कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का विषय ‘3R और संसाधन क्षमता के जरिये स्वच्छ जल, स्वच्छ भूमि और स्वच्छ हवा हासिल करना-एशिया-प्रशांत समुदाय के लिए 21वीं सदी की दृष्टि’ होगा।
दुनिया भर के देश आज नगरपालिका ठोस कचरा (एमएसडब्लू) प्रबंधन के मुद्दे से जूझ रहे हैं। वर्तमान वैश्विक नगरपालिका ठोस कचरा का स्तर लगभग 1.3 बिलियन टन प्रति वर्ष है और 2025 तक इसके 2.2 अरब टन तक पहुंचने की उम्मीद है। अपशिष्ट निपटान को लेकर उचित प्रबंधन नहीं होने से स्वास्थ्य और पर्यावरण पर गंभीर असर पड़ता है। जबकि 3आर (रिड्यूज, रियूज, रिसाइकल) की एकीकृत व्यवस्था के जरिये कचरा को प्रभावी तरीके से निपटाया जा सकता है। क्षेत्रीय 3आर फोरम को एशिया और प्रशांत को जापान की राजधानी टोक्यो में 2009 में शुरू किया गया था और तभी से एशियाई देशों में 3आर की आवश्यकताओं तथा प्राथमिकताओं को संबोधित करने व इस क्षेत्र से सर्वोत्तम अभ्यासों को साझा करने के लिए एक रणनीतिक मंच प्रदान किया गया है। इसमें कचरा प्रबंधन को लेकर उभरती हुई चिंता भी शामिल है। पिछले सात वर्षों में फोरम का आयोजन मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, इंडोनेशिया, मालदीव, जापान और ऑस्ट्रेलिया में किया गया है। इस दौरान फोरम ने अभिनव, प्रभावी और स्मार्ट 3R आधारित समाधान प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस साल, फोरम में एशिया प्रशांत क्षेत्र के 45 देशों के प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की संभावना है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन लोकसभा की अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन करेंगी। फोरम के समापन सत्र के कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि होंगे। इस हाई प्रोफाइल कार्यक्रम में 106 भारतीय शहरों के मेयरों सहित सरकारी प्रतिनिधि, अंतरराष्ट्रीय स्तर के उद्योग के विशेषज्ञ और नागरिक समाज संगठनों के सदस्य शामिल होंगे। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजन करने वाले फोरम में अहम व्यापारिक घरानों की भी भागीदारी होगी।
*स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वेक्षण 2017 के अनुसार, इंदौर को भारत के सबसे स्वच्छ शहर का स्थान मिला था। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में इंदौर को यह कामयाबी मिली थी।
8वां 3आर क्षेत्रीय फोरम की आधिकारिक वेबसाइट पर आवासीय और शहरी मामलों के राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप पुरी ने कहा, ‘3आर- ‘रिड्यूज, रियूज, रिसाइकल’ की अवधारणा भारत के डीएनए और संस्कृति का सदियों पुराना अभिन्न हिस्सा है। मगर दुर्भाग्य से बढ़ते शहरीकरण और चुनौतियों के चलते शहरी चेतना में इसकी अवधारणा हाशिये पर चली गई है। 2014 में भारत सरकार ने शहरों को 100 प्रतिशत साफ-सुथरा बनाने के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। 8वां 3आर क्षेत्रीय फोरम के तहत इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा मिला था।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि इस फोरम में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय दोनों – विचार-विमर्श और सर्वोत्तम अभ्यास-भारत और एशिया-प्रशांत दोनों को 3R के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में पर्यावरण जिम्मेदारी के एक उच्च स्तर को स्वीकार करने में सक्षम होगा। हम 3आर फोरम में एक बार फिर सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का स्वागत करते हैं। हमें 3आर- ‘रिड्यूज, रियूज, रिसाइकल’ की अवधारणा को जमीन पर उतारने की जरूरत है ताकि जीरो वास्ट को हकीकत बनाया जा सके।’
भारत में तेजी से बढ़ते शहरीकरण और बढ़ती आबादी ने देश में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की चुनौतियों में काफी वृद्धि की है। शहरी भारत से हर साल लगभग 54.75 मिलियन टन ठोस कचरा निकलता है। फोरम भारत के 100% ठोस कचरे के अपने महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के माध्यम से वैज्ञानिक प्रबंधन पर ध्यान देने के साथ एक उपयुक्त मंच मुहैया करा रहा है। इस फ़ोरम के माध्यम से, भारत का लक्ष्य अपने ‘मिशन शून्य अपशिष्ट’ के माध्यम से इस अवधारणा को मजबूत करना है जिससे शहरों, उद्योगों और अन्य विभिन्न हितधारकों को एक संसाधन के रूप में कचरे के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जा सके। इसी तरह फोरम 12 अप्रैल को 3आर पुरस्कारों के माध्यम से अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 3R के क्षेत्र में असाधारण कार्य करने वाले उद्योगों और नागरिक समाज संगठनों को सम्मानित करेगा।
8वां 3आर क्षेत्रीय फोरम महापौरों और शहर के अधिकारियों द्वारा शहरों में ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ भूमि और स्वच्छ वायु को लेकर इंदौर 3आर घोषणापत्र’ पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त होगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।