नई दिल्ली: केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि अतुल्य भारत पर्यटन निवेशक शिखर सम्मेलन (आईआईटीआईएस) 2016 दुनिया भर के निवेशकों के लिए भारत के पर्यटन क्षेत्र के दायरे के साथ-साथ प्रमुख बुनियादी ढांचे में उपलब्ध निवेश अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच है। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक देश होने के नाते पर्यटन क्षेत्र के परिदृश्य में उपलब्ध भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को बढ़ाना चाहता है। उन्होंने कहा कि भारत के पर्यटन उद्योग ने नए रोजगार जुटाने, आय बढ़ाने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए विकास और प्रगति में नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। आज आगामी आईआईटीआईएस के बारे में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि आईआईटीआईएस का उद्देश्य सभी भारतीय राज्यों, निजी परियोजना मालिकों, तथा निवेश के पारिस्थितिकी तंत्र को समझने के लिए विदेशी निवेशकों के लिए मौजूद अवसरों के बारे में निवेश के लिए तैयार परियोजनाओं का गुलदस्ता पेश करना तथा बी 2 बी लिंकेज के रूप में भागीदारी को उत्प्रेरित करने और तकनीकी सहयोग और वैश्विक भागीदारी के माध्यम से मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय दिग्गजों के लिए अवसरों की पहचान कराना भी है।
उन्होंने कहा कि आईआईटीआईएस द्वारा पर्यटन क्षेत्र में निवेश के अवसरों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारी निवेश को आकर्षित करने के लिए भारतीय पर्यटन क्षेत्र की स्थिति को बताना तथा भारत के विभिन्न राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों में निवेशक मूर्त निवेश के लिए तैयार परियोजनाओं को प्रस्तुत करना है। यह शिखर सम्मेलन निवेशकों, नीति निर्माताओं और भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत के लिए एक वैश्विक मंच उपलब्ध कराएगा।
पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री विनोद जुत्शी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का पर्यटन परिदृश्य महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और रोजगार जुटाने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए विकास और प्रगति के नए आयाम स्थापित कर रहा है। आज भारतीय पर्यटन क्षेत्र भारत और विदेश दोनों में बुनियादी ढांचा विकास के क्षेत्रों में निवेश अवसरों की अधिकता को दर्शा रहा है। निवेश और सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्रों के बीच भागीदारी के माध्यम से प्रमुख और पर्यटन संबंधी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के व्यवस्थित होने से अतुल्य भारत विश्व के सबसे प्रमुख गंतव्यों में से एक हो सकता है।
सीआईआई के महानिदेशक श्री चंद्रजीत बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार पूरे देश में गुणवत्तायुक्त पर्यटन विकसित करने के लिए पूरे प्रयास कर रही है। राज्य सरकारों ने अपनी पर्यटन नीतियां बना रखी है। केंद्र सरकार ने पर्यटन और आतिथ्य तथा होटल, रिसॉर्ट और मनोरंजन सुविधाओं सहित पर्यटन निर्माण परियोजनाओं में शत प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है। इन नीतियों से भारत के पर्यटन में भारी निवेश की संभावनाएं है।
पर्यटन मंत्रालय के सयुंक्त सचिव श्री सुमन बिल्ला ने इस अवसर पर कहा कि अतुल्य भारत पर्यटन निवेश शिखर सम्मेलन-2016 21 से 23 सितंबर, 2016 तक नई दिल्ली के विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यह भारत के पर्यटन मंत्रालय की भारतीय पर्यटन वित्त निगम (टीएफसीआई) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से एक पहल है। आईआईटीआईएस घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के लिए भारत के सभी राज्यों और निजी क्षेत्रों के परियोजना मालिकों से मिलने के लिए एक मंच है। इस शिखर सम्मेलन में राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों सहित सभी प्रमुख हितधारक अपनी तैयार निवेशयोग्य परियोजनाओं सहित, बैंक और वित्तीय संस्थान, व्यापार डेवलपर्स, क्रूज लाइनर, घरेलू निवेशक, मनोरंजन कंपनियां, वैश्विक निवेशक, हेलीकॉप्टर सेवा, होटल व्यवसायी, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स, अंतर्राष्ट्रीय संघ, रेस्तरां के मालिक, स्पा और योग केंद्र, टूर और ट्रैवल ऑपरेटर, अर्बन डेवलपर्स, वेंचर कैपिटलिस्ट, सिविक सुविधा प्रदाता भाग लेंगे।
भारतीय उद्योग परिसंघ और भारतीय पर्यटन वित्त निगम इस शिखर सम्मेलन के मुख्य भागीदार हैं। चार ज्ञान भागीदार अर्थात अर्न्स्ट एंड यंग, केपीएमजी, यस बैंक और इनवेस्ट इंडिया, परियोजनाओं की पहचान, पर्यटन नीति अपडेट के बारे में सुझाव देने और शिखर सम्मेलन के दौरान संभावित निवेशकों के सामने इन्हें प्रस्तुत करने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सहायता करेंगे।
अतुल्य भारत पर्यटन निवेशक शिखर सम्मेलन (आईआईटीआईएस) की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
1. 27 से अधिक भारतीय राज्यों की भागीदारी।
2. पूरे देश और पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 600 के आसपास निवेशयोग्य परियोजनाएं।
3. 70 कंपनियों के 140 निवेशकों की भागीदारी।
4. दो दिनों के दौरान 21 से अधिक सेमिनार आयोजित होंगे, जिसमें राज्यों के प्रेजेंटेशन और विषयगत सत्रों को शामिल करते हुए कुछ जाने-माने उद्योग दिग्गज भाग लेंगे।
5. बी 2 बी-बी2जी बैठकें पूर्व निर्धारित ऑनलाइन।
6. रोड़ शो- संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड, हांगकांग, शंघाई, सिंगापुर, गुजरात, मुंबई, भोपाल में आयोजित किए गए।
7. शिखर सम्मेलन से संबंधित सभी जानकारी सक्रिय और नवीनीकृत वेबसाइट www.incredibleindiatis.in पर उपलब्ध है।
2 comments