देहरादून: महज 30 वर्ष की आयु में अभी तक कुल 47 बार रक्तदान कर, अनेक लोगों का जीवन बचाने वाले कंवर पीयूष मौर्य की आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जमकर प्रशंसा की।
उत्तराखंड के देहरादून स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए)के रक्त कोष केन्द्र (ब्लड बैंक) में नरेन्द्र मोदी विचार मंच एवं श्री सांई सेवा समिति द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बोतल रक्तदान करने से चार लोगों को जीवन मिलता है। रक्तदान से किसी भी प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक परेशानी भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाएं होने पर रक्त की आवश्यकता बनी रहती है।
उन्होंने आम जनता से समय-समय पर रक्तदान करने की अपील करते हुए कहा कि अब जनता रक्तदान के प्रति काफी जागरूक हो चुकी है, लेकिन नेत्रदान की दिशा में भी लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है।
रावत ने कहा कि आज देश एवं प्रदेश में अन्धता को दूर करने के लिए नेत्र को बृहद् स्वरूप देने की जरूरत है। उन्होंने राज्य के कुमायूं मंडल में भी आई बैंक स्थापित किए जाने पर विचार करने का विश्वास दिलाया। साथ ही, गढवाल मंडल में स्थित आई बैंक के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की बात भी कही।
समारोह का संचालन कर रहे नरेन्द्र मोदी विचार मंच के
चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा.कुंवर पीयूष मौर्य द्वारा अभी तक 47 बार रक्तदान किए जाने पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मात्र 30 वर्ष की अल्पायु में इतनी बार रक्तदान कर, इन्होंने जो मिसाल कायम की है, उससे युवाओं को प्रेरणा लेना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व राज्यमंत्री और वरिष्ठ आंदोलनकारी सुशीला बलूनी ने कहा कि जिस तरह पिछले सात वर्षों से यह संगठन रक्तदान के कार्य में संलग्न है, उसे अपने आप में सराहनीय है।
इस अवसर पर सुनील उनियाल ’गामा‘, राजकुमार पुरोहित, संजय गुप्ता, अनूप दान, पटेल उमेश कन्नोजिया आदि उपस्थित थे। शिविर समाप्त होने तक कुल 267 यूनिट रक्तदान किया। गया।