लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी ने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के लिए 30 प्रतिशत छूट देने पर विचार किया जा रहा है। अभी तक 15 प्रतिशत छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपी सबसे बड़ा मार्केट है। यहां के खादी उत्पाद की मांग बहुत दूर-दूर तक है।
श्री पचैरी ने यह विचार आज इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश खादी महोत्सव में ‘खादी चुनौतियां एवं भविष्य’ विषयक सेमिनार ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खादी पार्क की स्थापना कराई जाएगी। झारखंड के पैटर्न पर यहां के खादी बोर्ड का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नौजवान पीढ़ी को खादी से जोड़ने पर विशेष बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेल्समैन अपने व्यवहार में बदलाव लायें क्योंकि बिक्री में कमी आने का बहुत बड़ा कारण उनका व्यवहार भी है।
चेयरमैन खादी एवं ग्रामोद्योग भारत सरकार श्री वी के सक्सेना ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन से खादी को बहुत बड़ा बल मिलेगा। इस तरह के आयोजनों की जरूरत आज पूरे देश में है । उन्होंने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के लिए यूपी में चलाई जा रही योजनाएं अद्भुत हैं। इतिहास में कोई ऐसा उदाहरण नहीं है कि कपड़े ने आजादी में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में 376 नई खादी संस्थाओं को जोड़ा गया है। भारत सरकार ने खादी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई है। सरकारी विभागों ने बड़े-बड़े ऑर्डर देकर इस क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि नौजवानों को खादी से जोड़ा जा रहा है। रेमंड जैसे बड़े ब्रांड खादी के साथ जुड़ चुके हैं। रेमंड ने 726000 मीटर कपड़ा समितियों से खरीदा है, जिससे मृत समितियां पुनर्जीवित हो गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान में खादी का ग्रोथ 35 प्रतिशत है, इससे लाखों लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक चाक भी बांटा जाएगा।