लखनऊ: भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा आयोजित ”39वीं अखिल भारतीय भा.भू.स. नाट्य प्रतियोगिता” 5 और 6 दिसंबर 2024 को वी.के.एस. वरदन प्रेक्षागृह, अलीगंज में सुबह 10:30 बजे से शुरू होगी। यह दो दिवसीय आयोजन नाट्य कला और रचनात्मकता का एक शानदार उत्सव होगा, जिसमें जीएसआई के नाट्य प्रेमी अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन कला का अद्भुत प्रदर्शन करेंगे।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य केवल नाट्य कला का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो जीएसआई परिवार को सांस्कृतिक एकता के सूत्र में पिरोता है और सहयोग व रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।
”संगठन और नेतृत्व* ”
इस प्रतिष्ठित आयोजन के संयोजक *श्री वी.पी. गौड़, उपमहानिदेशक, भा.भू.स., उत्तरी क्षेत्र हैं, जिनके नेतृत्व में यह आयोजन संभव हो सका है। आयोजन समिति के अध्यक्ष और अपर महानिदेशक एवं विभागाध्यक्ष, **श्री राजिंदर कुमार*, का सशक्त समर्थन इस प्रतियोगिता को एक अनूठा और प्रेरणादायक अनुभव बनाने में सहायक है।
”प्रतियोगिता की विशेषताएँ”
– इस वर्ष *जीएसआई के विभिन्न क्षेत्रों की आठ टीमें* भाग लेंगी, जो अपनी अनूठी कहानियों और रंगमंचीय प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।
– थिएटर के माध्यम से सांस्कृतिक विविधता और संवाद को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
– दर्शकों को प्रदर्शनों की विविध शैलियों और व्याख्याओं का अनुभव होगा, जो मनोरंजन के साथ-साथ विचारशीलता और प्रेरणा का संचार करेगा।
”मुख्य अतिथि की गरिमामय उपस्थिति”
कार्यक्रम में भारतेंदु नाट्य अकादमी के निदेशक (सेवानिवृत्त) *श्री सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ* मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। रंगमंच में उनके दशकों के अनुभव और कला को बढ़ावा देने में उनके योगदान से इस प्रतियोगिता की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उनकी उपस्थिति प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगी।
”सांस्कृतिक समागम का निमंत्रण”
यह आयोजन न केवल मनोरंजन का स्रोत होगा बल्कि दर्शकों और प्रतिभागियों को थिएटर की शक्ति, रचनात्मकता और सौहार्द का अनुभव भी कराएगा। भा.भू.स. उत्तरी क्षेत्र ने सभी नाट्य प्रेमियों और कला के समर्थकों को इस अविस्मरणीय उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
5 और 6 दिसंबर 2024 को वी.के.एस. वरदन प्रेक्षागृह, अलीगंज, लखनऊ में आयोजित इस थिएटर महाकुंभ का हिस्सा बनें और नाट्य कला के जादू का आनंद उठाएं।