लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की अध्यक्षता में खादी एवं ग्रामोद्योग कार्यालय में ‘‘उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड’’ की 48वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में महात्मा गांधी जी की 150वीं जयन्ती वर्ष के अवसर खादी महोत्सव एवं फैशन-शो, खादी स्वदेशी ड्राइंग कम्पटीशन तथा पर्यावरण की दृष्टि से राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप प्लास्टिक मुक्त अभियान में सहभागिता सुनिश्चित करने जैसे मुद्दो पर निर्णय लिए गये।
श्री सिंह ने कहा कि खादी को जन-जन में लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से आगामी 03 अक्टूबर से यहां इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में खादी महोत्सव-2019 का आयोजन किया जायेगा। इसमें 10 दिवसीय प्रदर्शनी के साथ-साथ उत्कृष्ट आधुनिक खादी परिधानों का फैशन-शो भी होगा। फैशन-शो में ख्याति प्राप्त फैशन डिजाइनर रितु बेरी, रीना ढाका सहित अन्य डिजाइनरों द्वारा तैयार खादी के विभिन्न परिधानों का प्रदर्शन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में 1000 सोलर चर्खे, 500 विद्युत चालित कुम्हारी चाक एवं 250 दोना पत्तल मशीनों का वितरण भी कराया जायेगा।
खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड शुरू से ही ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। विभाग द्वारा पूर्व से ही पर्यावरण मित्र उद्योगों की स्थापना पर बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आगे कदम बढ़ातेे हुए एकल इस्तेमाल में प्रयुक्त होने वाली प्लास्टिक का उपयोग न करने तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-सामान्य को जागरूक करने के लिए पूरे प्रदेश में 15000 खादी से निर्मित थैले, जिसपर पर्यावरण संरक्षण से संबंधित स्लोगन अंकित होगा का वितरण कराया जायेगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया कि महात्मा गांधी जी की 150वीं जयन्ती को यादगार बनाने के लिए खादी स्वदेशी ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। कम्पटीशन में श्रेष्ठ 10 कृतियों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। विजेताओं को खादी महोत्सव के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा हनी मिशन (मधुमक्खी पालन) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लाभार्थियों को 10 हनी बाक्स किट्स उपलब्ध कराने पर सहमति बनी। साथ ही खादी संस्थाओं के माध्यम सोलर चर्खों के प्रशिक्षण एवं उत्पादन कार्य कराने जाने पर विचार-विमर्श हुआ।
प्रमुख सचिव, खादी एवं ग्रामोद्योग डा नवनीत सहगल ने बैठक में बोर्ड के पदाधिकारियों को विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। पूर्व में हुई बैठक में लिये गये निर्णय पर किये गये कार्यों से मंत्री जी को अवगत कराया तथा आगे की कार्ययोजना की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बंद पड़े 08 शासकीय कम्बल कारखानों में से 07 को पुनर्संचालित कराया जा चुका है। इन कम्बल कारखानांे में इस वर्ष एक लाख कम्बल निर्मित कराने का लक्ष्य रखा गया है।
डा0 सहगल ने बताया कि हर मण्डल में एक ट्रेनिंग सेंटर खोलने की कार्यवाही की जा रही है। 09 मण्डलों में ट्रेनिंग संेटर खोले जा चुके हैं। प्रत्येक केन्द्र पर कम्प्यूटर संेटर तथा सोलर चर्खें भी स्थापित कराये गये हैं। ट्रेनिंग के दौरान 200 रुपये मानदेय भी कारीगरों को देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि विभाग में काफी समय से रिक्त समूह ‘ख’ के पदों पर भर्ती की कार्यवाही जल्द पूर्ण हो जायेगी। ग्रामोद्योग नीति के सफल संचालन हेतु समाधान सेल को क्रियाशील किया गया है।