नई दिल्ली: 14 सितंबर, 2019 को शाम छह बजे फ्लाइट संख्या एफजी 311 (कंधार-काबुल-दिल्ली) से पांच पुरुष अफगान यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 पर पहुंचे थे। ऐसी गुप्त सूचना मिली थी कि ये पांच यात्री मादक पदार्थों के कैप्शूल निगलकर लाए हैं। उन्हें एयर इंटेलिजेंस यूनिट एंड प्रीवेंटिव ब्रांच, आईजीआईए कस्टम्स और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान रोका गया। इसके बाद पांचों को आईजीआईए कस्टम ने हिरासत में ले लिया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद इन सभी को डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
14 से 18 सितंबर के बीच पांच यात्रियों से कुल 370 कैप्शूल उगलवाए गए। इन कैप्शूल में सफेद पाउडर था। मादक पदार्थों की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि यह उच्च शुद्धता वाली हेरोइन है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत 15 करोड़ रुपये है।
यात्रियों से बरामद कैप्शूल को जब्त कर लिया गया है और सभी पांच यात्रियों को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के संबंधित प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में आगे की जांच प्रक्रिया जारी है।