नई दिल्ली: भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) के 53वें दीक्षांत समारोह का आयोजन 8 अगस्त,को नई दिल्ली स्थित संस्थान के परिसर में हुआ। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा नागरिक विमानन और वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने पीएचडी,एमबीए, वीकेंड एमबीए, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में पी.जी. डिपलोमा, आयात-निर्यात प्रबंधन पाठ्यक्रमों के सफल छात्रों को स्नातक की उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर आईआईएफटी प्रबंधन बोर्ड के सदस्य, संकाय सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
श्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले कई दशकों के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में विदेश व्यापार की हिस्सेदारी लगभग 50 प्रतिशत है। उन्होंने आईआईएफटी जैसे विशिष्ट संस्थानों को महत्वपूर्ण बताया। श्री पुरी ने आईआईएफटी के शोध आधारित परामर्श तथा कॉरपोरेट प्रशिक्षण के क्षेत्र में योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्थान भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। छात्रों को बधाई देते हुए श्री पुरी ने कहा कि उनमें जीवन भर सीखने की उत्सुकता बनी रहनी चाहिए और उन्हें विदेश व्यापार के समाचारों से अवगत रहना चाहिए।
वाणिज्य सचिव और आईआईएफटी के चेयरमेन श्री अनूप वधावन ने संस्थान के विदेशी भाषाओं समेत विशिष्ट पाठ्यक्रमों की सराहना की। वाणिज्य सचिव ने नव-गठित
सेंटर ऑफ ट्रेड फैसिलिटेशन एंड लॉजिस्टिक्स (सीटीएफएल), सेंटर फॉर डब्ल्यूटीओ स्टडीज, रिसर्च इन ट्रेड (सीआरटी), सेंटर फॉर ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट लॉ, आईआईएफटी, कोलकाता के नॉर्थ ईस्ट स्टडीज (Ce-NEST) के माध्यम से संस्थान द्वारा नीति निर्माण में दिए गए समर्थन की सराहना की। उन्होंने संस्थान के मैदान गढ़ी, दिल्ली में निर्माणाधीन कैंपस के लिए सरकार की निरंतर सहायता का आश्वासन दिया।