आगामी जनगणना 2021 के मकानसूचीकरण व मकानों की गणना तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने के कार्य के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ में 6 दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय चरण का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम के द्वितीय चरण में उत्तर प्रदेश राज्य के 29 जिलों से आए हुए 90 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है । पुनः दिनांक 16-12-2019 से 21-12-2019 तक आयोजित तीसरे एवं अंतिम चरण में शेष 17 जिलों के 60 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रकार उत्तर प्रदेश राज्य के समस्त 75 जिलों के 240 मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण दिनांक 21-12-2019 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन श्री एल. वेंकटेश्वर लू, दीन दयाल उपध्याय ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ, डॉ० हरिओम, सचिव सामान्य प्रशासन एवं श्री नरेन्द्र शंकर पाण्डेय, निदेशक जनगणना कार्य उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया। । इस अवसर पर श्री नरेंद्र शंकर पाण्डेय ने कहा कि जनगणना 2021 एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अद्यतन देश के विकास की दिशा को तय करती है। जनगणना के महत्व को समझते हुए ही जनगणना अधिनियम 1948 को देश में लागू किया गया है। जनगणना कार्य में यदि कोई विसंगति पायी गयी या कोई किसी कार्य को बाधित करता है तो जनगणना अधिनियम के अंतर्गत सजा का पात्र होता है। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में अनुपस्थित अधिकारीयों के विरुद्ध जनगणना अधिनियम 1948 के अंतर्गत सुसंगत धारा के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है इस सम्बन्ध में सम्बंधित जिलाधिकारियों को मामला संदर्भित कर रिपोर्ट मांगी गयी है । निदेशक जनगणना ने बताया कि इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य के 29 जिलों से आए हुए 90 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है । पुनः दिनांक 16-12-2019 से 21-12-2019 तक आयोजित तीसरे एवं अंतिम चरण में शेष 17 जिलों के 60 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रकार उत्तर प्रदेश राज्य के समस्त 75 जिलों के 240 मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण दिनांक 21-12-2019 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि, डॉ० हरिओम ने इस अवसर पर कहा कि जनगणना का कार्य केन्द्र एवं राज्य सरकार के सामूहिक प्रयास से सम्पन्न किया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 5 लाख प्रगणक एवं पर्यवेक्षक जनगणना 2021 कार्य हेतु लगाए जाएंगे जोकि राज्य प्रशासन की देखरेख में अपना कार्य पूर्ण करेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश से मास्टर ट्रेनर को इस प्रशिक्षण हेतु नामित किया गया है तथा सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर यही मास्टर ट्रेनर आगे फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण देंगे; जोकि प्रगणक एवं पर्यवेक्षक को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। डॉ हरिओम ने कहा कि जनगणना को जन-जन की भागीदारी से जोडा जाये तथा इसे जन-अभियान बनाया जाये ताकि जनगणना के सही आंकड़े प्राप्त हो सकें।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री एल. वेंकटेश्वर लू ने जनगणना के समृद्ध इतिहास एवं प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जनगणना के कार्य में अनेक अवरोध आएंगे परन्तु मास्टर ट्रेनर्स को देश के विकास में अपनी भूमिका के महत्व को ध्यान में रखते हुए अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करते हुए जनगणना कार्य को सफलतापूर्वक सम्पन्न करना चाहिए। जनगणना का आयोजन प्रत्येक 10 वर्ष के उपरांत किया जाता है जिसके आंकड़े ही देश के विकास की योजना बनाने एवं कार्यान्वयन के लिए उपयोग किये जाते हैं अतः सभी मास्टर ट्रेनर्स गंभीरता से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा अपने जिलों में फील्ड ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करें।
इस अवसर पर श्री प्रदीप कुमार, उप महारजिस्ट्रार, ने कहा कि जनगणना कार्य निदेशालय द्वारा राज्य के जनगणना कार्य में संलग्न प्रत्येक व्यक्ति को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा। डॉ० डी. सी. उपाध्याय, अपर निदेशक एसआईआरडी ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी अधिकारियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री ए. के. राय, उप निदेशक जनगणना एवं श्री बी. डी. चौधरी, उप निदेशक द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ एस. एस. शर्मा, उप निदेशक, श्री अरुण कुमार, उप निदेशक, श्री संतोष कुमार मिश्रा, उप निदेशक, डॉ० गौरव कुमार पाण्डेय, सहायक निदेशक, श्री एन. सी. त्रिपाठी, परामर्शदाता, श्री हेमेन्द्र शर्मा, राष्ट्रीय प्रशिक्षक, डॉ योगेन्द्र कुमार, सहायक निदेशक, श्री उमेश चन्द्र जोशी , श्री एस के पाण्डेय, श्री हेमंत मिश्र , श्री संतोष कुमार, सांख्यिकीय अन्वेषक, श्री शशिकांत शुक्ला, सांख्यिकीय अन्वेषक, श्री गोविंद कुमार, सांख्यिकीय अन्वेषक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।